धर्म की स्थापना के लिए भगवान धरती पर लेते हैं जन्म
जगतगुरु श्री राम लालचार्य जी महाराज के मुखारविंद से श्रवण कर रहे लोग राम कथा
कोतमा :- निगरानी रेउसा में आयोजित राम कथा में आसपास के ग्रामीण जन सहित कोतमा नगर से सैकड़ो की संख्या में लोग राम कथा सुनने रेउसा पावन धाम पहुंच रहे हैं ।
चरण तीर्थ पावन धाम निगवानी रेउसा में आयोजित ग्यारह कुण्डीय श्री राम महायज्ञ श्री राम कथा के आज तृतीय दिवस में मैहर खजुरीताल मैहर से पधारे हुए जगद्गुरु श्री रामलला चार्य जी महाराज ने श्रीराम जन्मोत्सव की कथा सुनाई। बताया कि जब अत्याचारी रावण के पापों से धरती डोलने लगी तो भगवान श्री को राम रूप में अवतरित होना पड़ा । भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं
आगे कहा कि जब जब धरती पर धर्म की हानि होती है तब तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं ।
जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्री राम का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गुंजने लगा
श्री राम जन्मोत्सव पर श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर नृत्य करने लगे एक दूसरे को जन्मोत्सव की बधाईयां दी गई अत्यधिक मात्रा में भक्तों ने कथा में भाग लेकर भाव सहित कथा श्रवण किए।।
रात्रिकाल में मानस पीठ खजुरी ताल के आदर्श रामलीला मंडली के द्वारा मुनि आगमन,ताड़का वध,मारीच को सागर पार एवं सुबाहु वध की दिव्य लीला का दर्शन समस्त भक्तों ने किया।।