बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) मेला का कलेक्टर ने किया अवलोकन
कलेक्टर ने बच्चों का सामान्य ज्ञान जानने किए प्रश्न, नन्हे बच्चों ने दिया सटीक जवाब कलेक्टर हुए प्रसन्न*
अनूपपुर :- राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार 11 जनवरी को जिले के सभी प्राथमिक शालाओं के कक्षा 1 एवं 2 के बच्चों हेतु बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) मेला का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली एवं जिपं. सीईओ श्री तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने जिले के जैतहरी विकासखण्ड अंतर्गत शासकीय प्राथमिक विद्यालय छकौडीटोला व शासकीय प्राथमिक विद्यालय मानपुर पहुंचकर बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) मेला का अवलोकन किया। भ्रमण के दौरान जिला शिक्षा केन्द्र के डीपीसी श्री आशुतोष कुशवाहा, एपीसी श्री संतोष तिवारी सहित अन्य संबंधित जन उपस्थित थे।
इस दौरान एफएलएन मेले में आयोजित की जाने वाली गतिविधियों का विभिन्न स्टाल लगाकर डिमोस्ट्रेशन किया गया। जिसमें पंजीयन, शारीरिक विकास, बौद्धिक विकास, भाषा विकास, गणित की पूर्व तैयारी और बच्चों का कोना शामिल थे। जानकारी देते हुए बताया गया कि कक्षा 1 व 2 के बच्चे अपने माता-पिता के साथ मेले में भाग लेंगे जहाँ सर्वप्रथम बच्चों का पंजीयन स्टाल पर पंजीयन किया जाएगा और उन्हें एफएलएन मेला रिपोर्ट कार्ड दिया जाएगा, जिसे बच्चे के द्वारा मेले में लगे अलग-अलग स्टाल पर विभिन्न गतिविधियों में प्रदर्शन के आधार पर भरा जाएगा।
अवलोकन के दौरान कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली ने छात्र-छात्राओं से चर्चा की। चर्चा के दौरान कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं के सामान्य ज्ञान की परीक्षा ली। कलेक्टर ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, भारत की राजधानी, अनूपपुर जिले के कलेक्टर के संबंध में प्रश्न किए, जिनका छात्र-छात्राओ ने सटीक और सही उत्तर दिया। प्राथमिक स्कूल के छात्र-छात्राओं के इस बेबाक अन्दाज से कलेक्टर काफी प्रभावित हुए तथा मौके पर उपस्थित शिक्षिका को निर्देश दिए के वह छात्र-छात्राओं का सतत मार्गदर्शन करें तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें, छात्र-छात्राओं को सामान्य ज्ञान की जानकारी भी दें। इस दौरान कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन की भी जानकारी ली, जिस पर बताया गया कि उन्हें आज मध्यान्ह भोजन में दाल, रोटी, सब्जी दी गई है।
बच्चों के बेहतर प्रदर्शन करने से कलेक्टर काफी प्रभावित हुए तथा संबंधितों को निर्देश दिया कि इस प्रकार की गतिविधियां पूरे साल लगातार कराई जाए जिससे बच्चों का विकास होगा उन्होंने कहा कि माता-पिता भी विद्यार्थियों के मानसिक विकास हेतु इस प्रकार की गतिविधियां घर पर भी कराए। उन्होंने कहा कि यह बच्चों का ऐसा समय है जिसमें इनका मानसिक विकास सबसे अधिक होता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां सतत रूप से की जानी चाहिए प्रत्येक स्कूल में इस प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाए।