अमरकंटक व अनूपपुर समेत पूरे जिले में छठी माई की उपासना के साथ डूबते सूर्य को भक्तों ने दिया अर्घ्य
अमरकंटक नर्मदा तट पर दर्जनों परिवार की महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दे छठ पूजन किया तो अनूपपुर में सामतपुर मढ़फा तालाब घाट पर भक्तों का उमडा जन सैलाब
श्रवण उपाध्याय
अनूपपुर/अमरकंटक:- मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में आज मां नर्मदा नदी तट पर सूर्य षष्ठी , डाला छठ , छठ देवी मैया व्रत करने वाले दर्जनों परिवार के छठी देवी मैया जी की व्रती महिलाओ ने पति संग डूबते सूर्य भगवान को अर्घ्य दिए तो वही अनूपपुर जिला मुख्यालय के मड़फा तालाब में छठी मैया के पूजन में भगवान भास्कर को सूर्यास्त में अर्ग देते हुए की पूजा तलाब घाट पर छठी माई की कठिन पूजा उपासना के पश्चात भक्तों ने डूबते सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया ।
अमरकंटक :- पवित्र नगरी अमरकंटक के कोटी तीर्थ घाट , रामघाट उत्तर तट और पुष्कर डेम में महिलाओं ने सूर्यास्त समय डूबते सूर्य भगवान को अर्घ्य दे पूजन अर्चन , आरती कर छठी माता की आराधना की । इस अवसर पर पवित् पावन सलिला मां नर्मदा जी के घाटों में परिवार के सदस्यों ने लाइट , झालर , पटाखों के मध्य संध्याकाल होते ही सूर्य देव के डूबते अवसर पर निर्जला व्रत रख रही महिलाओं ने अर्घ्य पूजन अर्चन आरती प्रदक्षिणा कर परिवार के संतान , समाज के सुख समृद्धि की कुशलता की कामना मां छठी मैया से विनम्र प्रार्थना के साथ की गई ।
पांच दिनों तक चलने वाला छठी पूजन कल सुबह सूर्योदय होने के पूर्व नर्मदा तट पर पहुंच पुनः महिलाएं उन्ही घाटों पर पहुंच जल (नदी) अंदर प्रवेश कर सूर्य देव को जल अर्पित करेंगे । उसके बाद पूजन अर्चना , आरती पूरे परिवार के साथ मिलकर छठी मैया की व्रत का समापन करेंगी । छठ मैया की पूजा के लिए महिलाओं में विशेष उत्साह , परिवार के सभी सदस्य में भी उल्लास और उमंग देखा गया । छठ पूजन पर घाट में महिलाओं , पुरुषों , युवकों युक्तियां की सैकड़ो की तादाद में घाटों पर भीड़ देखी गई । इस अवसर पर पारंपरिक छठी देवी मैया के भजन बजते रहे । उल्लेखनीय है कि छठ पूजन का यह त्यौहार कार्तिक मास में बिहार प्रांत झारखंड तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में विशेष तौर पर मनाया जाता है । इसी तरह अमरकंटक आस पास रह रहे परिवार के सदस्य भी छठ पूजन बड़ी ही धूमधाम के साथ नर्मदा नदी तट घाटों में एकत्रित होकर परिवार के साथ छठ पूजन की धूम रहती है । इस छठ पूजन में व्रती परिवार के सदस्य अपने आस पड़ोस के परिवार जनों , इस्ट मित्रो , नगर वासियों को पूजन में शामिल होने के लिए आग्रह भी करते है ।
छठ पूजन में मुख्य रूप से परिवार की उपस्थिति ब्रज किशोर शर्मा , रंजीत सिंह , डॉ एस के तिवारी , गिरिजा शंकर पांडेय , मुन्नू पांडेय , राम नरेश , जे के झा , रमेश सिंह , भरत प्रसाद , हरे राम , छट्ठू गुप्ता , मृत्युंजय गुप्ता , अशोक साहू सूरज साहू , श्रीमती अनीता आदि अनेक परिवार के सदस्य पहुंच पूजन आराधना की ।
अनूपपुर :- सूर्य उपासना के पर्व छठ पूजा को लेकर सामतपुर अनूपपुर मढ़फा तालाब में छठी मैया के पूजन में आज दिनांक 07 नवम्बर को भगवान भास्कर को सूर्यास्त में अर्ग देते हुए का पूजा तलाब घाट पर छठी माई की कठिन पूजा उपासना के पश्चात भक्तों ने डूबते सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया । इस अवसर पर क्षेत्र से छठ तलाब घाट पर भक्तों का भारी जनसैलाब उमडा, सभी लोगों ने एक दूसरे को छठ पर्व की शुभकामना देते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया । इस अवसर पर भगवा पर्टी के जिला अध्यक्ष कमलेश द्विवेदी वार्ड क्रमांक 7 की पार्षद डॉक्टर प्रवीण आशीष त्रिपाठी पार्षद गणेश रौतेल रेलवे मेंस कांग्रेस के जोनल महामंत्री लक्ष्मण राव वरिष्ठ पत्रकार भाजपा नेता मनोज द्विवेदी समिति के संयोजक एडवोकेट अक्षयवट प्रसाद , संदीप गर्ग, ,प्रमोद गौर, चैतन्य मिश्रा, शिवाशू रंजन बैठा,और राहुल प्रसाद प्रमुख रूप से उपस्थित रहे,साथ राज्य आपदा प्रबंधन केन्द्र अनूपपुर के जिला कामान्डेट , अपनी टीम के सदस्य भी सुरक्षा व्यवस्था का जयजा लेते हुए ,पुलिस सुरक्षा, अलावा क्षेत्र के प्रमुख निर्वाचित पाषर्द एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे सभी लोगों ने भक्तों से मिलकर आशीर्वाद लिया।
नगर पालिका परिषद अनूपपुर के अध्यक्ष के द्वारा के छठ तलाब घाट पर साफ सफाई व्यवस्था से लेकर समिति के संयोजक के द्वारा उपासको के लिए टेंट लाइट की व्यवस्था नगर पालिका परिषद अनूपपुर के माध्यम से की गई ।
07 नवंबर 2024 को छठ पूजा में शामिल उपवास रखने वाले भक्त डूबते सूर्य की उपासना की एवं 08 नवंबर 2024 को उगते सूर्य की उपासना की जाएगी।
छठ पूजा हिंदू त्योहार है जो चार दिनों तक चलता है और सूर्य देवता की पूजा करता है. इसमें भक्त उपवास, प्राकृतिक तत्वों का समर्थन, और पर्यावरण की सफाई का महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं. छठ पूजा का हिंदू त्योहार चार दिनों तक चलता है और अनुष्ठान, भक्ति और गहन आध्यात्मिक अर्थ से भरा होता है.
इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी माई की पूजा-उपासना विधि-विधान के साथ की जाती है। यह सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस पर्व में आस्था रखने वाले लोग सालभर इसका इंतजार करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख-समृद्धि और उसकी दीर्घायु के लिए किया जाता है।समिति के संयोजक एडवोकेट अक्षयवट प्रसाद ने बताया की 08 नवम्बर को सूर्योदय के साथ पूजा की समाप्ति पर समस्त उपस्थित श्रद्धालु एवं व्रत धारी माता और बहनों को पारण हेतु व्यवस्था की गई है ।और शिव मारुति सेना के साथ साथ मढ़पा तलाब छठ पूजा समिति के द्वारा समस्त तैयारी मे महत्वपूर्ण योगदान देते हुए ऐतिहासिक छठ मैया के पूजा मे किसी प्रकार का समस्या उत्पन्न ना हो इस हेतु सुरक्षा की गई । मड़फा सामतपुर तालाब के आयोजक मंडल में प्रमुख रूप से संरक्षक पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रेम कुमार त्रिपाठी समिति के संयोजक एडवोकेट अक्षयवट प्रसाद, ,कमलेश द्विवेदी, राजीव शुक्ला, लक्ष्मण राव ,चैतन्य मिश्रा ,आशीष त्रिपाठी, ,पार्षद गणेश रौतेल ,आर के सिह,प्रमोद गौर, ,अजय कुमार प्रसाद , शिवांशु रंजन,वरुण चटर्जी, सत्येंद्र स्वरूप दुबे सुजीत कुमार मिश्रा, श्रीमती संतोष दुबे, संदीप गर्ग, राहुल कुमार, बृजेश राठौर समस्त शिव मारुति सेना के सदस्य, आरके सिंह ,डीएन यादव, विनोद सिंह, विजय राठौर ,गणेश राठौर, अनिल सिंह, प्रमोद गौर ,बद्रीनाथ तिवारी ,रविंद्र प्रताप यादव के साथ पूर्वांचल के सभी व्रत धारी के सहयोग से कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ ।