अमरकंटक के तुरीय आश्रम में अनेक मुद्दो को लेकर हुई संत मंडल समिति की बैठक जूना अखाड़ा संत की हत्या और तिरुपति बाला जी के लड्डू भोग के मिलावटी घी पर भारी नाराजगी publicpravakta.com


अमरकंटक के तुरीय आश्रम में अनेक मुद्दो को लेकर हुई संत मंडल समिति की बैठक 


जूना अखाड़ा संत की हत्या और तिरुपति बाला जी के लड्डू भोग के मिलावटी घी पर भारी नाराजगी 


  श्रवण उपाध्याय

                     

अमरकंटक :-  मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में आज मंगलवार को  दिन के ग्यारह बजे माई की बगिया स्थित तुरीय आश्रम में अनेक मुद्दो को लेकर संत मंडल समिति के अध्यक्ष की उपस्थिति में बैठक संपन्न हुई । इस बैठक में अमरकंटक के सभी आश्रम के प्रमुख संतो ने भाग लिया । सभी उपस्थित संतो ने अपने अपने विचार रखे । अमरकंटक संत मंडल समिति के अध्यक्ष श्रीमहंत स्वामी रामभूषण दास जी महाराज , उपाध्यक्ष स्वामी महेश चैतन्य जी , सचिव स्वामी लवलीन महाराज जी , कोषाध्यक्ष स्वामी धर्मानंद जी महाराज ने कहा की जो आंध्र प्रदेश में विराजित तिरुपति बालाजी तिरुमला देव स्थानम में जो घटना सामने आई है वह बहुत ही निंदनीय है । भगवान के भोग प्रसाद में जो घी का उपयोग हो रहा था उसमें चर्बी की मिलावट पाई गई यह किया गया मिलावटी  कुकृत्य सनातनियो और हिंदू धर्म पर कुठारा घात है , इसे बर्दास्त नही किया जायेगा । 

हम सब संतगणों का आग्रह है की सरकार भी एक सनातनी वैदिक बोर्ड का गठन करे । संतो के मठ मंदिरों से सरकार अपना नियंत्रण से मुक्त हो । जिससे हम सब सनातन धर्म के धर्माचार्य इस पर निर्णय लें । 

चर्चा में यह भी कहा गया कि अनूपपुर जिले के विकासखंड पुष्पराजगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत  बोदा ग्राम गढ़ी दादर शिवदावा आश्रम के मुखिया भोलागिरी अलबेले महाराज जी जूना अखाड़ा दशनामी , उनका सात अगस्त को रात्रि अज्ञात लोगों द्वारा निर्मम हत्या कर दिया गया था जिसकी पुलिस प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है , जिस पर संत समाज विवश होकर 28 सितंबर को राजेंद्रग्राम में शांति पूर्ण धरना प्रदर्शन हो रहा जिसमे सभी संतगण उपस्थिति दर्ज कराए । 

अगले चर्चा में दशहरा पर्व को लेकर रावण दहन की उठी की लगभग आठ वर्षो से अमरकंटक में रावण दहन नही हो पा रहा है जो इस बार संत मंडल समिति और अन्य सब मिलकर असत्य पर सत्य की जीत का दहन किया जाना आवश्यक है यह अनेक वर्षों से होता आया है वह बंद नहीं होना चाहिए । इस बार दशहरा पर्व पर रावण दहन सभी के सहयोग से किया जायेगा ।  इसके बाद   संतो ने आश्रमों में अनेक धार्मिक , सामाजिक आयोजन होते रहते है जिसकी सही समय पर जानकारी क्षेत्र के सभी आश्रमों , संतो को प्राप्त नहीं हो पाती । इसकी भी एक किसी संत को बागडोर सौंप कर आश्रमों के  आयोजन की सूचना सभी को समय पर प्राप्त हो सके । इसी तरह अन्य मुद्दो भी पर आज की खास बैठक कर सभी उपस्थित संतो ने अपनी अपनी सहमति प्रदान कर बैठक को सफल बनाया । 

बैठक में शांति कुटी आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी रामभुषण दास जी , कल्याण आश्रम से स्वामी धर्मानंद जी , तुरीय आश्रम  से स्वामी महेश चैतन्य जी , परमहंस धारकुंडी आश्रम से स्वामी लवलीन महाराज , धरमपानी आश्रम स्वामी रामानंद जी , वैदिक लाईफ फाउंडेशन प्रवीण ब्रम्हचारी , रुद्रगंगा आश्रम सुनील गिरी , सिद्ध काली पीठ राजेश स्वामी , मृत्युंजय आश्रम , गीता स्वाध्याय आश्रम , कैलाश पुरी आश्रम , फलाहारी आश्रम आदि अनेकों आश्रमों की उपस्थिति में बैठक संपन्न हुई ।

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