शासकीय उचित मूल्य दुकान मझौली एवं खोड़री नंबर 1 में हुआ राशन घोटाला , नहीं मिला अगस्त माह का राशन
कोतमा ;- राशन के नाम पर धोखेबाजी के लंबे समय से कई मामले समाने आते रहे हैं। ऐसे में सरकारों की तमाम कोशिशों के बावजूद कई राशन दुकानों के मालिक सरकारी नियमों को धत्ता बताते हुए अपना घोटाले का काम बिना डर के जारी रखे हुए हैं।
ऐसे में सरकार की ओर से जिन जरूरतमंदों के लिए कार्य किया जाता है वह लाभ उन तक न पहुंचकर बीच में ही कुछ अन्य लोगों द्वारा खुद के लाभ के काम में ले लिया जाता है ऐसा ही ही मामला सामने आया है है ग्राम मझौली एवं खोड़री न 01 का जहां दोनों उचित मूल दुकानों पर एक ही सेल्समैन के द्वारा राशन वितरण किया जाता रहा था जिसमें भारी घोटाला सामने आई है दिनांक 30 अगस्त को शाम क़ो सहकारी समिति के प्रशासक पूरी टीम लेकर निरीक्षण करने पहुंचे जहां पर उन्हें अनेक अनियमितताएं पीडीएस गोदाम पर मिली जैसे फिंगर लगवा कर राशन वितरण न करना अत्यधिक मात्रा में राशन का स्टॉक पीडीएफ गोदाम में दिखाना तत्पश्चात राशन गोदाम पर राशन का न मिलाना उचित मूल्य की दुकान खोड़री न. 1 विक्रेता अनुराग पांडे ने उचित मूल्य दुकान खोड़री का गरीबों के हक का 12.18 क्विंटल गेहूं, 48.96 क्विंटल चावल, 296 किलो नमक और 21 किलो शक्कर हड़प लिया अगस्त 2024 में बांटे जाने वाले इस खाद्यान्न को बिना बांटे ही पीओएस मशीन पर लोगों के अंगूठे लगवा लिए ओर राशन का गोलमाल कर दिया 296 हितग्राही राशन की रसीद पर्ची रखें राशन मिलने के आस में भटक रहे हैं इस प्रकार सितंबर माह का राशन भी पीडीएस गोदाम में आ गई है अगस्त और सितंबर दोनों माह का राशन पीडीएस गोदाम में होनी चाहिए निरीक्षण के दौरान लेकिन पीडीएस गोदाम में सिर्फ 86 कुंतल राशन है जो कि कुल रासन का कुछ प्रतिशत ही है जिसमें भारी घोटाला हुआ है ऐसा ही मामला उचित मूल्य दुकान मझौली का है जँहा इससे भी ज्यादा घोटाला सामने आई है
*भ्रष्टाचारियों के भेंट चढ़ गई 490 गरीबी रेखा कार्ड नहीं मिली अगस्त का राशन*
उचित मूल्य दुकान खोड़री नंबर 1 मे निरीक्षण करने आए हुए अधिकारियों से गांव के हितग्राहियों ने अपनी बात रखी तो उन्होंने अगस्त माह का राशन वितरण करने का श्वसन दिया पर आश्वासन के आधार पर सुबह से ही ग्रामीण जन उचित मूल दुकान के सामने राशन के इंतजार में 08 से 10 घंटा खड़े रहे सोशल मीडिया के तौर पर लाइव प्रसारण भी किया गया लेकिन लास्ट में हताशा ही मिला अतः प्रशासन की कोई भी हमला उनको न्याय नहीं दिला पाई और ग्राम खोडरी के करीब 590 गरीबी रेखा कार्ड कार्ड जिनकी फिंगर लग चुकी है या जिनकी बांकी है भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और अगस्त माह का राशन नहीं मिला यह भ्रष्टाचार का पूरा मामला स्टॉक की जांच और बिक्री रजिस्टर का मिलान करते समय अनेक अनियमितता दोनों पीडीएस गोदाम में आएगी तब देखना होगा प्रशासक सेल्समैन के ऊपर कार्यवाही करती है या अभय दान देती है खैर दोनों पीडीएस गोदाम के पीछे *कहीं ना कहीं प्रबंधक भी उतने ही दोषी है जितना की सेल्समेन क्योंकि सही समय समय मे दुकान का निरीक्षण प्रबंधक के द्वारा ना करना यह भी एक जांच के विषय है* जांच करने आए सहकारिता समिति के अधिकारियों एवं प्रशासकों से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कैमरे से बचते हुए नजर आए आखिर इसकी क्या वजह हो सकती है लेकिन इस सभी मामलों में अभी तक फूड विभाग एक्शन में नहीं आई है देखना होगा सेल्समेन पर कार्यवाही करते हुए घोटाला की गई राशन की वसूली होती है या नहीं