खोड़री नंबर 1 मे बड़े पैमाने में हो रहा है अतिक्रमण , साफ झलक रही है राजस्व विभाग की उदासीनता publicpravakta.com


खोड़री नंबर 1 मे बड़े पैमाने में हो रहा है अतिक्रमण , साफ झलक रही है 
राजस्व विभाग की उदासीनता



कोतमा :-  जिले में अतिक्रमण हटाने केे लिए मुख्यमंत्री व प्रधान सचिव ने डीएम को जारी किया दिशा-निर्देश जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय भूमि से अतिक्रमण खाली कराने के मामले में प्रशासन मौन है। सरकार के सख्त निर्देश के अतिक्रमण हटाने को लेकर अभियान चलाया था। लेकिन अब सभी निर्देश फाइलों में ही दबे हुए है। ज्ञात हो कि  अनूपपुर जिले में सरकारी जमीन से अतिक्रमण जोर शोर से चल रही है लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण अतिक्रमण नहीं हटा पा रही है मामला है जनपद पंचायत अनूपपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत खोड़री नंबर  1 का जहां पर 68 एकड़ सरकारी जमीन खसरा नंबर  494 जो आधी से अधिक जमीन अतिक्रमण  का शिकार हो चुकी है और जोर-जोर से अतिक्रमण अभी चल रही है लेकिन राजस्व विभाग की कौन सी ऐसी मजबूरी है जो इस अतिक्रमण में आज तक कोई कार्यवाही नहीं कर रही है अगर ऐसा ही रहा  तो आने वाले विगत वर्ष में 1 एकड़ जमीन भी  नहीं बचेगी अभी हाल में ही 6 महीने के अंदर दर्जन भर झुकी झोपड़ी  एवं घर बनाकर तैयार हो गई है  राजस्व विभाग के साथ-साथ ग्राम पंचायत भी किसी भी तरह की ऐसी कदम नहीं उठा पा रही है जिससे अतिक्रमण पर रोक लगा सके 


सरकारी भूमि पर बड़ी संख्या में कब्जा


जिले के ग्राम पंचायत खोड़री न 1 में अब भी बड़ी संख्या में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा है। लेकिन अंचलाधिकारी के उदासीनता के कारण अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही। जिससे सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर कब्जा जमाए बैठे लोगों के हौसले बुलंद है। जिले के सभी अंचलों में सैकड़ों अतिक्रमण वाद दायर फाइल को धूल चाटने के लिए कार्यालय में छोड़ दिया गया है। स्थिति यह है कि दायर वाद में एक साल बाद भी अतिक्रमणकारियों को नोटिस तक नहीं किया गया है। ऐसी हालत में इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के निर्देश को ले अधिकारी कितने गंभीर है


 मवेशियों का चारागाह होते जा रही है समाप्त


 ग्राम पंचायत खोड़री. जराटोला. केवईटोला के अंतर्गत लगभग कई हजारों की संख्या में मवेशी इस जमीन पर निर्भर थे  लेकिन लगातार अतिक्रमण होने के कारण अब चारा  गाह भी धीरे-धीरे पूरी तरह से समाप्त होती जा रही है आसपास के पूरा गांव मे भारी मात्रा में खेती हुई है जमीन न रहने के कारण  अहीर के द्वारा  मवेशी नहीं चराई जाती जिससे पूरा मवेशी खेती को भी भारी मात्रा में नुकसान करते हैं देखना होगा राजस्व प्रशासन  एवं  ग्राम पंचायत विभाग  अतिक्रमण के आगे  कब अपना कार्यवाही करती है या फिर अतिक्रमण कर रहे दबंगो को ऐसे ही खुली छूट देती रहेगी  खोड़री के सैकड़ो की संख्या में किसान अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे हैं अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले दिन में एक भी सरकारी जमीन ग्राम पंचायत के अंतर्गत नहीं रहेगी

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