तबादले
के बाद भी एडिसनल एस पी शिवकुमार सिंह
ने नही छोड़ा आवास
विश्राम गृह के एक कक्ष में रहने को विवश वर्तमान एएसपी एवं उनका परिवार
कलेक्टर ने बेदखली की कार्यवाही कर आवास खाली कराने एसडीएम को दिए निर्देश
अनूपपुर :- जिले में राजपत्रित प्रथम श्रेणी के अधिकारी जहां अपने कार्यस्थल पर शासकीय आवास को रिक्त कराए जाने के लिए लगातार परेशान है। वहीं जब ऐसे अधिकारी को लगातार पत्राचार के बाद भी दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है, तो आम जनता की परेशानी वा समस्याओं का निराकरण ना होना आम बात हो चली है। एक तरफ प्रशासन द्वारा सरकारी अधिकारियों को उनकी कार्यरत जगह पर रहने के लिए मकान तो आवंटित कर दिया जाता हैं, लेकिन कई दफा वह अधिकारी तबादला होने के बाद भी उन सरकारी मकानों पर कब्जा कर मकानों को खाली नहीं करते। जिसके चलते उनकी जगह पदभार संभालने वाले अधिकारियों को समय पर सरकारी आवास खाली नहीं मिल पाता है। ऐसा ही एक मामला अनूपपुर जिले का है, जहां तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह द्वारा अपने स्थानांतरण के बाद भी शासकीय आवास पर कब्जा जमाएं हुए बैठे है। जिसके कारण उनके स्थान पर पदभार संभालने पहुंच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी बीते 3 माह से उक्त आवास को रिक्त कराए जाने के लिए लगातार कलेक्टर वा एसपी के पास किए गए पत्राचार वा अनुरोध पर गंभीरता नही लिया गया है।
यह है मामला
5 अप्रैल 2024 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह का स्थानांतरण पुलिस मुख्यालय भोपाल हो जाने के बाद उनके स्थान पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी की पदस्थापना की गई, लेकिन संयुक्त कलेक्ट्रेट के सामने आवंटित शासकीय आवास क्रमांक ई-3 में तत्कालीन एएसपी शिवकुमार सिंह आज भी उक्त आवास में अपना अधीपत्य जमायें हुए है। जिसके कारण बीते 4 माह से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी अपने कार्य स्थल पर आवास उपलब्ध नही हो पाने के कारण शासकीय दायित्वों के निवर्हन में कठिनाईयों के साथ लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तत्कालीन एएसपी शिव कुमार द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों ने चर्चा के दौरान उक्त आवास को खाली नही करने के साथ ही दोबारा अनूपपुर जिले में पोस्टिंग होने पर जल्द वापस आने की बात कही जा रही है। वहीं कलेक्टर ने उक्त शासकीय आवास को खाली कराने के साथ बेदखली की कार्यवाही करने हेतु एसडीएम अनूपपुर को निर्देश दिए है।
कलेक्टर के तीन नोटिस के बाद भी कब्जा
संयुक्त कलेक्ट्रेट के सामने निर्मित कलेक्ट्रेट कॉलोनी में मकान नंबर ई-3 को एएसपी इसरार मन्सूरी के नाम आवंटित किया गया है। जिस पर तत्कालीन एसपी शिवकुमार सिंह ने बीते 4 माह से उक्त शासकीय आवास में अपना अधिपत्य बनाए होने के कारण कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने एएसपी शिव कुमार सिंह को 6 मई को पत्र क्रमांक 1904, 14 जून को पत्र क्रमांक 2512, 5 जुलाई को पत्र क्रमांक 2991 एवं 18 जुलाई को पत्र क्रमांक 3243 के माध्यम से नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के अंदर उक्त शासकीय आवास को खाली किए जाने के संबंध में लेख किया गया, बावजूद इसके आज दिनांक तक तत्कालीन एएसपी उक्त आवास पर अपना अधिपत्य बनाए हुए है।
चचाई विश्राम गृह को खाली करने मिला नोटिस
तत्कालीन एएसपी द्वारा शासकीय आवास को खाली नही किए जाने के कारण वर्तमान एएसपी इसरार मन्सूरी लंबे समय से अपने परिवार के साथ मजबूरन अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई के उच्च विश्राम गृह में निवासरत थे, जहां अमरकंटक ताप विद्युत ग्रह के मुख्य अभियंता एम.एल. पटेल ने लंबे समय से उच्च विश्राम गृह चचाई के कक्ष को अधिग्रहित किए जाने के कारण एएसपी इसरार मन्सूरी को दो बार नोटिस जारी करते हुए कक्ष खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है। एक तरफ नवीन पदस्थ एएसपी को आवंटित शासकीय आवास पर तत्कालीन एएसपी का कब्जा तो दूसरी ओर चचाई विश्राम गृह के कक्ष को खाली करने के जारी नोटिस के कारण एएसपी सहित उनका परिवार लगातार परेशान है।
इनका कहना है
शासकीय आवास आवंटित होने के बाद भी उसमें तत्कालीन एएसपी का कब्जा है, जिसके कारण बीते 4 माह से चचाई विश्राम गृह के एक बंद कमरें में पूरा परिवार रह रहा है। वहीं अपने कार्यस्थल पहुंचने के लिए 8 किमी आना जाना पड़ता है, जिसके कारण शासकीय दायित्वों में निवर्हन में पूरी निष्ठा के साथ नही हो पा रहा है।
इसरार मन्सूरी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर