32 दिन से जमे हैं दो हाथी, गश्ती कर रहे वनरक्षक कुए में गिरकर घायल,ग्रामीणों ने की रेंजर के वाहन में पत्थरबाजी
शशिधर अग्रवाल
अनूपपुर :- छत्तीसगढ़ राज्य से विगत 32 दिन पूर्व आए दो प्रवासी नर हाथी अनूपपुर जिले के अनूपपुर एवं जैतहरी तहसील,थाना एवं वन परिक्षेत्र के ग्रामीण अंचलों से सेट जंगलों में पूरे दिन विश्राम करने बाद देर रात प्रत्येक दिन/रात की तरह आसपास के ग्रामीण अंचलों में जाकर ग्रामीणो एवं किसानों के घरों में तोड़फोड़ कर खेत तथा बांडियो में लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बनाते हुए निरंतर विचरण कर रहे हैं जिससे ग्रामीण काफी संख्या में परेशान तथा भयभीत होने के साथ ग्रामीणों का गुस्सा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है जिला प्रशासन एवं वनविभाग हाथियों को जिले से बाहर किए जाने का निरंतर प्रयास कर रहा है लेकिन अब तक किसी भी तरह की सफलता नहीं मिल सकी है मंगलवार को पूरे दिन दोनों हाथी श्री अनिल गुप्ता के क्रेशर के पीछे गोबरी के जंगल में ठहरने बाद देर रात जंगल से निकाल कर क्रेशर के पीछे स्थित बड़वार नाला के ऊपर धन सिंह के घर में अचानक हमला बोलकर तोड़फोड़ करने लगे जिसकी आहट सुनकर धन सिंह के परिवार के सदस्य भाग कर जान बचाते हुए केशर में आकर ग्रामीण एवं वनविभाग को सूचना दी जिसके बाद से वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी,हाथी मित्र दल सदस्य एवं ग्रामीणों में हाथियों पर निरंतर नजर बनाते हुए हाथियों के विचरण क्षेत्र श्री भूपेंद्र सिंह के केसर के पीछे से जैतहरी राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग को देर रात पार करते हुए गोबरार नाला में विचरण कर महावीर ढीमर के खेत के पास से तिपान नदी पार कर नगर परिषद जैतहरी के राखड़ बांध,बंजारीटोला,गड्डुहा नाला पहुंचकर लगभग दो किलोमीटर तक अनूपपुर-जैतहरी रेलवे लाइन के किनारे-किनारे चलते हुए रेल लाइन पार करने का तीन-चार बार प्रयास किया किंतु अक्सर तेज गति से चलती ट्रेनों तथा ट्रेनों के तेज हार्न बजने के कारण रेल लाइनपर नहीं कर सके तथा सुबह होने पर दोनों हाथी गोबरी बीट के ही बेलियाकछरा नामक स्थान के जंगल में विश्राम कर रहे हैं इस बीच वनविभाग के अधिकारी देर रात रेलवे विभाग के अधिकारियों से ट्रेनों के आवागमन की गति धीरे किए जाने, ट्रेनों के तेज हार्न ना बजाए जाने के संबंध में चर्चा की लेकिन रेलवे की वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश प्राप्त नहीं होने,संपर्क नहीं होने के कारण एक बार फिर से हाथी रेल लाइन पार नहीं कर सके,देर हाथियों की गश्ती में लगे वन परिक्षेत्र जैतहरी के ठेही बीट के वनरक्षक राकेश शुक्ला ट्रेन के तेज हार्न/आवाज के कारण हाथियों के भागने पर भागते हुए एक जगत विहीन कुएं के अंदर गहरे पानी में गिर गए जिन्हें रात में ही वनविभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की मदद से कुएं से बाहर निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतहरी में उपचार कराया गया उपचार बाद वनरक्षक श्री शुक्ला खतरे से बाहर हैं,निरंतर हाथियों के विचरण से ग्रामीणों के हो रहे नुकसान पर ग्रामीणों का गुस्सा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है जिससे ग्रामीणों का आक्रोश वनविभाग के वाहन पर विगत रात एक गांव के ग्रामीणों द्वारा छत के ऊपर से अनूपपुर रेंजर के बोलेरो वाहन पर जो मुनादी करने के लिए गए रहे पर पत्थरबाजी की जिससे बोलेरो वाहन को नुकसान पहुंचने पर वाहन मालिक संजू पटले ने अपना वाहन वनविभाग से वापस ले लिया इन्हीं की एक गाड़ी को विगत फरवरी माह में गोबरी गांव में हाथी द्वारा एक व्यक्ति को कुचलकर मार देने पर गुस्साई ग्रामीणों की भीड़ ने तोड़फोड़ कर नष्ट कर दिया था जिसका 7 माह व्यतीत हो जाने के बाद भी बीमा कंपनी या वनविभाग की ओर से नुकसान की राशि नहीं मिल पाई है जिससे वह अपने वाहनों को वनविभाग से वापस ले लिया है वही वनविभाग के शहडोल वन वृत के मुख्य वन संरक्षक एल,ए,उईके,वन मंडलाधिकारी अनूपपुर शुश्री श्रद्धा पेन्दे बीच बीच में हाथी विचरण क्षेत्र का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेते हुए शासन को स्थिति से अवगत कराते हुए उपाय निकाले जाने का आग्रह कर रहे हैं बुधवार की देर रात यह दोनों हाथी किस और विचरण करेंगे यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा।