5 दोस्तो ने ही मिलकर रची थी मृतक युवक की हत्या की साजिश, पुलिस ने किया सभी आरोपियों को गिरफ्तार
बियर की बोतल लकड़ी सहित पत्थर, ईंटों से कुचला सर, उतारा मौत के घाट
अनूपपुर :- बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कोरजा रोड़ टिकरी खेरवा स्थित सुनसान मैदान में 20 वर्षीय अज्ञात युवक का शव मिला जिसके सिर पर गंभीर चोट के निशान मिलने पर पुलिस ने मृतक की शिनाख्त सूर्य नारायण उर्फ मिर्ची कोल पुत्र कोमला कोल के रूप में करते हुए हत्या में शामिल 5 आरोपियों जिनमें 30 वर्षीय दुर्योधन पुत्र मंगलू विश्वकर्मा, 24 वर्षीय बीरन प्रसाद पुत्र रामस्वरूप कोल, 20 वर्षीय उमेश उर्फ छोटू पुत्र रामस्वरूप कोल, 28 वर्षीय मदन चौधरी पुत्र लाला प्रसाद एवं 20 वर्षीय राकेश चौधरी पिता पुत्र सुरेश चौधरी सभी निवासी ठोड़हा थाना कोतमा को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से मृतक का मोबाइल, घटना में प्रयुक्त बाइक एवं हथियार जब्त करते हुए सभी आरोपितों के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया है।
जानकारी के अनुसार 26 मार्च की रात लगभग 9 बजे पुलिस को कोरजा रोड़ टिकरी खेरवा स्थित सुनसान मैदान में महुआ के पेड़ के पास अज्ञात युवक का शव मिलने की सूचना पर मौके में पहुंची बिजुरी पुलिस ने निरिक्षण करते हुए जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी थी। जिस पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डी.सी. सागर, पुलिस उप महानिरीक्षक शहडोल सविता सोहाने, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवॉर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह, एसडीओपी कोतमा बी.पी. सिंह मौके पर घटना स्थल सहित शव का निरीक्षण करते हुए मृतक की शिनाख्त करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए एवं मृतक एवं अज्ञात आरोपियों की जानकारी देने वालों को एडीजीपी शहडोल द्वारा 30 हजार का इनाम दिए जाने की घोषणा की गई। प्रकरण की घटना स्थल का निरीक्षण करने एफएसएल, फिंगर प्रिंट एवं डॉग स्क्वाड की टीम से कराया गया।
पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवॉर ने एसडीओपी कोतमा के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन किया। जहां टीम ने 24 घंटे में मृतक की शिनाख्त सूर्यनारायण उर्फ मिर्ची कोल के रूप में की गई। पुलिस ने परिजनों एवं आसपास के लोगो से पूछताछ की गई, तथा संदेह के आधार पर दुर्योधन विश्वकर्मा, बीरन प्रसाद कोल, उमेश उर्फ छोटू कोल, मदन चौधरी, राकेश चौधरी को पकड़ते हुए पूछताछ में मृतक मिर्ची उर्फ सूर्यनारायण कोल की हत्या करना स्वीकार करते हुए बताया कि वह अपने पैसे का दिखावा करता था तथा अपने दोस्तों की गरीबी का मजाक उड़ाता था, जिस कारण सभी दोस्त मृतक से रंजिश रखते थे। 25 मार्च को मृतक द्वारा आरोपी छोटू उर्फ उमेश कोल के साथ हुए मारपीट का मजाक बनाया था। इसके साथ ही मृतक सूर्यनारायण के सामने मृतक के जीजा आंनद के द्वारा छोटू उर्फ उमेश कोल के साथ मारपीट कर दी गई, जिससे नाराज होकर सभी पांचों दोस्तो ने सूर्यनाराण की हत्या करने की योजना बनाई तथा बिजुरी से बाहर सुनसान मैदान का चयन करने के बाद सूर्यनारायण को शराब पीने एवं बातचीज के बहाने बाइक में बैठाकर लाया गया। जहां सभी ने मिलकर शराब पी तथा नशा हो जाने पर उसके साथ मारपीट करते हुए उसका मोबाईल छीन लिया। पांचों आरोपितों द्वारा लकड़ी, रॉड, पत्थर, ईंटों के साथ ही बियर की बोतल को फोड़कर उसे औजार बनाते हुए हत्या कर दी तथा उसकी पहचान ना हो सके इसके लिए मृतक के दस्तावेज और मोबाईल अपने साथ ले गए। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से मृतक का मोबाईल, दस्तावेज, घटना में प्रयुक्त बाइक एवं हत्या के प्रयुक्त हथियार जप्त करते हुए गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
वहीं आरोपित दुर्योधन विश्वकर्मा के विरूद्ध थाना कोतमा में धारा 363, 366, 376 एवं धारा 379 के तहत मामला भी पंजीबद्ध है। प्रकरण के खुलासे में कोतमा थाना प्रभारी सुन्द्रेश मरावी सहित थाना प्रभारी बिजुरी विकास सिंह सहित उनकी टीम की भूमिका सराहनीय रही।