हाथियों के बाद जिले की सीमा में वायसन की आमद
अनूपपुर :- जिले में छत्तीसगढ़ से पिछले डेढ़ वर्षो से लगातार हाथियों के समूहों ने आमद दी है जिससे फसलों के साथ जनहानि भी हुई है और एक हाथी की भी करेंट से मौत हुई है तो वही 3 व्यक्तियों की भी मौत हुई है और हाल ही में हाथी द्वारा एक वृद्ध को कुचलकर मारने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आंदोलित हो गए थे उसके बाद बांधवगढ व कान्हा नेशनल पार्क से विसेसग्यो की टीम बुलवाकर हाथी का रेस्क्यू कर कान्हा भेज गया था ।
अब पुष्पराजगढ़ तहसील एवं वन परिक्षेत्र से नर्मदा नदी के दूसरी ओर डिंडोरी जिले के करंजिया तहसील एवं वन परिक्षेत्र में मंगलवार एवं बुधवार से एक शावक सहित चार वायसन निरंतर विचरण कर रहे हैं जो बुधवार की सुबह डिंडोरी जिले के करंजिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत नर्मदा नदी के किनारे से तीन बड़े वायसनों द्वारा अपने साथी बच्चे को धक्का देने के कारण कोड़ा गिर में गिर जाने के बाद राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र के पुरगा पंचायत अंतर्गत लगवाटोला एवं ठगुआटोला में ग्रामीणों के खेतों में विचरण करते हुए कुछ देर बाद फिर से नर्मदा नदी पार कर करंजिया वन परिक्षेत्र के मेडाखार पंचायत के मेडाखार गांव से लगे गढार में पहुंच कर दिन में विश्राम कर रहे हैं जिनके देर शाम वन परीक्षेत्र राजेंद्रग्राम के खजुरवार पंचायत अंतर्गत भीमकुंडी के समीप आने की संभावना बनी हुई है।
शाकाहारी वन्यप्राणी चार. वायसन के विचरण पर वन विभाग के अधिकारी /कर्मचारी निरंतर नजर बनाए हुए हैं जिनके विचारण के संबंध में ग्राम पंचायत खजुरवार के सरपंच संतराम सिंह,उपसरपंच श्रवण सिंह मरावी ने बताया कि बुधवार की सुबह 7 से 8 बजे के बीच चार जंगली जानवर जिसे हम लोग जंगली भैंसा के नाम से जानते हैं डिंडोरी जिले के करंजिया क्षेत्र से नर्मदानदी पार कर पुरगा पंचायत के नयाटोला ठगुआनटोला के पास आ गए रहे जो कुछ ग्रामीणों के खेतों में विचरण करते हुए कुछ पालतू मवेशियों को दौड़ाने तथा धक्का देने बाद भगाए जाने पर नर्मदा नदी पारकर करंजिया क्षेत्र के मेडाखार कर पंचायत के मेडाखार कर गांव के समीप गढार में विश्राम कर रहे हैं अचानक जंगली भैंसा,वायसन को विचरण करते देखे हुए ग्रामीण दहशत में आ गए रहे जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई रही है।