अमरकंटक दुर्गा पंडालों में नव दिवस रहा उत्साह , नवमी को हुआ कन्याभोज और विशाल भंडारा
श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक :- मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में शक्ति साधना के महापर्व शारदेय नवरात्र की नव दिवसीय दुर्गा पूजन उत्सव नगर के अनेक वार्डो में मां भगवती दुर्गा जी की प्रतिमा पंडालों में विराजमान कर पंडितो के सानिध्य में पूजन , आराधना के साथ नव दिवसीय माता जी का आराधना किया गया । अष्टमी को हर पंडालों में पूजन , हवन किया गया । दिन सोमवार नवमी को प्रातःकाल दुर्गा पंडालों में आरती , पूजन उपरांत कन्या भोज का सिलसिला चालू हो गया इसके बाद भव्य भंडारा पूरा दिन चलता रहा । लोग भी अपने घरों में नवरात्रि के पर्व पर अखंड ज्योति , कलाश की स्थापना , दुर्गा सप्तशती पाठ व आराधना के साथ पर्व मनाया गया । अमरकंटक व दूरदराज के लोग मां नर्मदा मंदिर के ज्योति घर में अखंड ज्योति जलवा कर पुण्य के भागीदार बने। इस बार ज्योति घर में 331 दीप प्रज्वलित हो रही है , जो भक्तो द्वारा रसीद कटवाकर जलवाई जाती है । नवरात्रि के पावन अवसर पर जय श्री राम दुर्गा उत्सव समिति बाराती में रामायण गायन , भजन संगीत रोजाना किया जाता था तथा एक दिवस विशेष कार्यक्रम धनपुरी के देवी जागरण कार्यक्रम के तहत तांडव नृत्य मां काली तथा अघोरी द्वारा किया गया नृत्य को लोगो ने भारी उत्साह के साथ देखा और भूरी भूरी प्रसंसा की एवम मां रेवा दुर्गा समिति अमरकंटक द्वारा भी दो दिवस डांस कंपटीशन में सैकड़ों डांसर भाग लिए । इस डांस प्रतियोगिता में पंडाल पूरी तरह से भरा रहा तथा लोगो का उत्साह देखते बन रहा था । साथ ही यहां पर भजन गायन , महिला संगीत रोजाना चलता रहा । अन्य कुछ पंडालों में भी नन्ही बच्चियों का डांस प्रोग्राम , संगीत का कार्यक्रम आदि चलता रहा । अमरकंटक के वार्डो में दस जगहों पर दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की गई है ।
दशहरा के पावन अवसर पर रावण दहन भी किया जाता था जिसमे हजारों की संख्या में लोग रामघाट क्षेत्र में उपस्थित होकर आनंद प्राप्त करते थे पर कई वर्षो से रावण दहन का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है जिससे लोगो में मायूसी देखी जा रही है । अमरकंटक में दुर्गा विसर्जन करने अनेक जगह से लोग प्रतिमा लेकर यहां आते है जिसकी विसर्जन व्यवस्था नगर परिषद द्वारा किया जाता है । विसर्जन हेतु एक बड़ा कुंड बनाया गया है जन्हा सभी दुर्गा प्रतिमाये विसर्जित की जाती है । शासन प्रशासन इस ओर पूरी नजर बनाए रखता है । अमरकंटक की दुर्गा प्रतिमाएं ढोल नगाड़ों की ध्वनि के बीच नाचते हुए पूरे नगर भ्रमण के बाद विसर्जन करते है लेकिन इस बार रात्रि दस बजे तक प्रतिमाएं विसर्जित कर देनी होगी ।
पंडालों में सभी समितियां पूरे उत्सव में अपनी जिम्मेदारियों के साथ पर्व मनाए और नवमी के दिन कन्या पूजन , भोज के बाद भंडारा का आयोजन किया गया । कई समितियों के प्रमुख जन अभिषेक द्विवेदी , सुरेंद्र द्विवेदी , हर्ष द्विवेदी , विनायक द्विवेदी , वरुण उपाध्याय , अस्मित गुप्ता , श्रेयांक , राहूल तोमर , सतीश यादव , केशव , हिमांशु , सचिन ,रोशन पनारिया , मनीष सुरेश , संतोष सिंह , जय गुप्ता , विनोद साहू , दिनेश साहू , कृष्णा महोविया , रज्जू नेताम , ओम प्रकाश , लोकेश्वर , सुनील , रामगोपाल , पवन , राजेश सेन , हरी गुप्ता आदि