आठवें दिन हाथियों के समूह ने बांका के जंगल में डाला डेरा,निरंतर फसलों के नुकसान से ग्रामीण परेशान
अनूपपुर :- विगत आठ दिन पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य से दूसरी बार आए पांच हाथियों के समूह ने जिले में आठवे दिन बांका के जंगल में डेरा डाला है इस बीच पोड़ी-चोड़ी,बरबसपुर,पडौंर,बचहाटोला,कुकुरगोड़ा,चोई,पड़रिया,धनगवां,लहरपुर,मोजरबेयर,गुवारी,बेलिया गांव से अनूपपुर-वेंकटनगर मुख्य मार्ग,रेलवे लाइन,तिपाननदी पार कर जैतहरी तहसील के गोबरी ठेगरहा एवं अनूपपुर तहसील के दुधमनिया के साथ दूसरे दिन गुरुवार की सुबह से वन परिक्षेत्र अनूपपुर के दुधमनिया बीट अंतर्गत बांका के जंगल कक्ष क्रमांक आर,एफ,357 में पूरे दिन विश्राम करने बाद देर शाम ग्रामीण एवं कृषकों की फसलों को आहार बनाकर अपना पेट भरने के लिए बांका के जंगल से पगना एवं ठेगरहा गांव की ओर कुच कर रहे हैं इसके पूर्व बुधवार की रात गोबरी पंचायत के राजामचान,भदराखार,बधियाटोला आदि गांव में किसानो की लगी फसलों को बुरी तरह खाने,चलने में नष्ट किया है ग्रामीणों के द्वारा हाथियों के समूह को अपने घर,खेत,मोहल्ला एवं गांव से दूसरे स्थान पर ले जाने का कई माध्यमों से प्रयास किया जा रहा है किंतु हाथियों का समूह अपने ही मनमर्जी से चलते,चरते एवं रुकते,खाते नजर आ रहे है। ग्रामीणों का आरोप है कि विगत दो माह से हाथियों का समूह उनके क्षेत्र में आकर निरंतर नुकसान कर रहा है लेकिन जिले का कोई भी प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि ग्रामीणो को सहायता तो दूर मिलने,देखने तक नहीं आ रहा है मात्र वन विभाग का मैदानी हमला हाथियों की निगरानी में लगा होकर ग्रामीणों को समझाइस देकर हाथियों के समूह से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं हाथियों का समूह गुरुवार की देर शाम दुधमनिया बीट के बांका के जंगल से निकलकर पगना एवं ठेगरहा गांव में लगे फसलों को अपना आहार बनाने के लिए निकल गए हैं।
रिपोर्ट शशिधर अग्रवाल अनूपपुर