अमरकंटक में 5 राज्यों के 82 जनजातीय कलाकार देंगे रंगारंग प्रस्तुतियां
आगामी 29 सितंबर से जनजातीय उत्सव का आगाज
श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक :- मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में आगामी 29 सितंबर 2023 से 01 अक्तूबर 2023 तक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज द्वारा विभिन्न राज्यों की जनजातीय लोक कलाओं की मनमोहक प्रस्तुतियां अमरकंटक के रामघाट में तीन दिवसीय सायं 6 बजे से प्रारंभ होगा ।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज द्वारा एवम जिला प्रशासन अनूपपुर के सहयोग से मध्यप्रदेश के अमरकंटक (रामघाट) में तीन दिवसीय जनजातीय महोत्सव का आगाज शुक्रवार से हो रहा है । इस शानदार आयोजन में जनजातीय कलाकारों का शानदार जमघट होगा । तीन दिवसीय इस महोत्सव में लोक कलाकार अपनी लोक संस्कृति , लोक गायन एवम कला से लोगो को रूबरू कराएंगे ।
केंद्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने बताया की जनजातीय समुदाय की संस्कृति , कला , परंपरा का भारतीय समाज में बहुत बड़ा योगदान है । महोत्सव में उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड , मध्य प्रदेश , राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों के 82 जनजातीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे जिसमे झीझी , जौनसारी , भगोरिया , गरासिया , गोडी कर्मा एवम ढढार लोकनृत्य की शैली में रंगारंग प्रस्तुतियां होंगी । उत्सव का उद्देश्य जनजातीय परंपरा , कला और संस्कृति , संगीत और लोकनृत्य का प्रदर्शन करना है ।
कार्यक्रम का शुभारंभ 29 सितंबर से होगा जो आगामी 01 अक्तूबर तक चलेगा ।
" मालवी गायन व पंडवानी गायन होंगे आकर्षण का केंद्र "
विभिन्न राज्यों के जनजातीय लोक कलाओं में मध्य प्रदेश का मालवी गायन व छत्तीसगढ़ का पंडवानी गायन आकर्षण के केंद्र होंगे जिसमे 29 सितंबर को मलावी एवम 30 सितंबर को पंडवानी गायन की प्रस्तुति दी जाएगी । पंडवानी एक छत्तीसगढ़ी लोकगायन शैली है इसमें महाकाब्य महाभारत के पांडवो की कथा सुनाई जाती है ।