घर मे घुसकर युवक पर जानलेवा हमला, घर मे रखे 15000 भी ले गए हमलावर
घायल युवक जिला अस्पताल में भर्ती, कोतमा पुलिस की कार्यवाही अब तक शून्य
अनूपपुर :- 15 अगस्त की रात्रि लगभग 11 बजे के करीब नीरज शर्मा पिता इंद्रभान शर्मा निवासी पचकुरा थाना कोतमा के घर मे लोहे की सरिया और सब्बल लेकर घुसे 4 युवक मनीष प्रजापति, अनिल प्रजापति, राजाराम व संजू केवट नीरज शर्मा के घर मे पहुचे और घर पर खाना खा रहे नीरज शर्मा से आज 15 अगस्त है खर्चा दो कहकर पीड़ित से पैसे की मांग करने लगे पीड़ित द्वारा मेरे पास पैसा नही है कहने पर पीड़ित के ऊपर युवकों ने लोहे की सरिया और सब्बल से हमला कर दिया और पीड़ित के बेहोस हो जाने के बाद उसके घर में रखे सारे समान को अस्त व्यस्त कर दिए और चावल में रखे 15000 रुपये लेकर चले गए , सुबह होश आने पर पीड़ित ने आस पास से गुजर रहे लोगो को आवाज देकर बुलाया और अपने रिश्तेदारों को बुलवाया और 100 डायल की मदद से पीड़ित को कोतमा चिकित्सालय लाया गया जहाँ से डॉक्टरों द्वारा पीड़ित को जिला अस्पताल रेफर किया गया जहाँ अबतक पीड़ित का इलाज जारी है । पूरे मामले में कोतमा पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है ? क्यों कि 5 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई एफ आई आर दर्ज नही की है और आरोपी खुले आम घूम रहे है , यहाँ तक कि जब पीड़ित की बहन कोतमा थाने में शिकायत करने पहुची तो कोतमा थाने के स्टाफ ने उनकी शिकायत लेने से इनकार कर दिया ।
घर पर अकेले रहता है पीड़ित युवक
पीड़ित ने बताया कि वह अपने घर मे अकेले रहता है और उसने हाल ही में अपनी एक जमीन बेची है जिससे प्राप्त रुपये उसके पास है और उन्हीं रुपयों में से 15000 रुपये उसने अपने घर मे चावल में छिपा कर रखे थे जिसे हमलावर युवक निकालकर ले गए है ।
थाने में नही ली गई पीड़ित की बहनों की शिकायत
पीड़ित की बहनों ने बताया कि उनके भाई के ऊपर गांव के ही चार युवकों द्वारा रात्रि में हुए हमले और रुपयों की लूट की घटना की जानकारी मिलने पर घटना की शिकायत करने कोतमा थाने गए थे लेकिन कोतमा थाने में मौजूद पुलिस स्टाफ ने हमारा आवेदन नही लिया और कहा कि जब तक बयान नही होगा हम आपकी शिकायत नही लेंगे ।
पुलिस की कार्यवाही पर सवाल
घटना के 4 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक कोतमा पुलिस द्वारा मामले में कोई कार्यवाही नही की गई है । आरोपी अब तक खुले आम घूम रहे है और पीड़ित इतना डरा हुआ है कि वह जिला अस्पताल से छुट्टी होने के बाद भी अपने घर जाने को तैयार नही है उसका कहना है कि अगर वह गांव वापस गया तो उसके ऊपर फिर हमला हो सकता है और उसकी जान को खतरा भी है । जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 17 अगस्त को अस्पताल पुलिस भी पीड़ित का बयान दर्ज कर चुकी है इसके बावजूद कोतमा पुलिस का इस मामले में कोई कार्यवाही न करना कोतमा पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है ?
प्रभारी बदले लेकिन नही बदली कोतमा थाने की कार्यप्रणाली ?
कोतमा थाना की पुलिस अपने विवादित कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा में बनी रहती है, कुछ माह पूर्व ही कोतमा थाने की पुलिस ने एक शिकायत पर मंदिर के एक पुजारी को उठा लाई थी और पुलिस पर पुजारी को रात भर थाने में मारपीट करने और उससे पैसा मांगने के आरोप लगे थे और दूसरे दिन पुजारी ने अपने घर मे आत्महत्या कर ली थी उसके बाद कोतमा थाना प्रभारी अजय बैगा को पहले लाइन अटैच किया गया और फिर उन्हें निलंबित कर दिया गया था । अब कोतमा थाने में नए थाना प्रभारी ने प्रभार लिया है और नीरज शर्मा के घर मे घुसकर जानलेवा हमला करने वाले खुले आम घूम रहे है और घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद भी उक्त मामले में कोई कार्यवाही न होने से ऐसा लगता है कि कोतमा थाना प्रभारी तो बदल गए लेकिन नही बदली है कोतमा थाने की कार्यप्रणाली ?
इनका कहना है -
मैं अभी उमरिया ट्रेनिग में हूँ , आप से बाद में बात करता हूँ
सुन्द्रेश कुमार मरावी
थाना प्रभारी कोतमा