पटवारी परीक्षा परिणाम व्यापमं घोटाले का विस्तार: माकपा
भोपाल :- पटवारी परीक्षा में एक ही सेंटर के सात उम्मीदवारों का टॉप 10 में आना व्यापमं घोटाले का विस्तार है. उल्लेखनीय है कि यह सेंटर एक विधायक के कॉलेज में था और विधायक कुछ समय पहले ही बसपा को छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हैं.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त बयान जारी कर कहा है कि इससे पहले कृषि विस्तार अधिकारी की परीक्षा में सारे दस टॉपर एक ही कॉलेज और एक ही जाति के थे. तब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर उंगली उठी थी और फिर परीक्षा को रद्द करना पड़ा था.
माकपा नेता ने कहा है कि इस बार भी मामला ऐसा ही है. टॉप करने वाले सभी सात उम्मीदवारों की सीरीज एक ही है. पांच उम्मीदवारों ने हस्ताक्षर की जगह साफ साफ अक्षरों में अपना नाम लिखा है ताकि कोई भ्रम न रहे. इन्होंने सिर्फ अपना नाम लिखा है, सरनेम नहीं.
जसविंदर सिंह ने कहा है कि इस परीक्षा में 9.78 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. सरकार ने उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. एक परीक्षार्थी के 150 अंक हैं जबकि कम्प्यूटर सिर्फ 80 अंक बता रहा है.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि इससे शिवराज सिंह चौहान के एक लाख युवाओं को रोजगार देने की घोषणा की कलई खुल गई है. भाजपा प्रदेश के योग्य युवाओं को रोजगार देने की बजाय अपनों को उपकृत करना चाहती है.
माकपा नेता ने पटवारी परीक्षा के परिणामों को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करार देते हुए परीक्षा रद्द करने और इस परीक्षा में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.
जसविंदर सिंह
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