श्रमिक नेता जुगुल राठौर का आशियाना ढहाने की हो रही है साजिश --- सहसराम चौधरी
जैतहरी :- मजदूर नेता जुगुल किशोर राठौर यह सपना में भी नहीं सोचा था कि मोजर बेयर पावर प्लांट जैतहरी प्रबंधन से प्रभावित किसानों एवं मजदूरों का हित की बातें करना इतना महंगा पड़ जाएगा कि उनके इंदिरा आवास से बनी आवास को भी ढहाने कि साज़िश रची जा सकती हैं।
उक्त आशय की जानकारी संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन सीटू के महासचिव सहसराम चौधरी ने देते हुए बताया कि जब से मजदूर नेता साथी जुगल किशोर राठौर मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रभावित खातेदारों को मध्य प्रदेश आदर्श पुनर्वास नीति के तहत सुविधाएं एवं कार्यरत मजदूरों को मध्य प्रदेश शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन व अन्य श्रम कानूनों से संबंधित सुविधाओं का दिलाए जाने की मांग किया है एवं किसान - मजदूरों को संगठित कर जन आंदोलन की है तब से पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को का भृकुटी टेढ़ी है ,। चूंकि मोजर बेयर पावर प्लांट कांग्रेसी विधायक के आका कमलनाथ के रिश्तेदार की है इस लिहाज से श्रमिक नेता के व्यक्तिगत जीवन पर हमला कर उनको उलझाए रखना कम्पनी के फायदे में है । इस लिहाज से विधायक जी अपने गुर्गों को वर्ष 2014 से लगातार श्रमिक नेता जुगुल किशोर राठौर के ऊपर एक से एक तीर चलाया जा कर ताबड़तोड़ हमला करने के लिए उकसा रहे है ।
सहसराम ने बताया कि जब हम जुगुल राठौर के साथ यूनियन के काम से इंदौर में थे तो विधायक जी के गुर्गों ने उनके पत्नी एवं नाबालिक बेटा को झूठी शिकायत कर 376 जैसे गम्भीर अपराध में उलझाने का प्रयास किया था । लेकिन तत्कालीन थाना प्रभारी राजेंद्र मिश्रा के समझदारी से उनका नहीं चल पाया। इसके बाद उनके पोल्ट्री फार्म का रास्ता बंद करवाना, उनके भाई का निर्माणाधीन कुआं को ध्वस्त करवाना,वर्षा के पानी का निकास न देना और अब वर्षांत के पानी का भराव कर मकान को ढहाने कि साज़िश रची जा रही है। सहसराम ने बताया कि कई बार तक प्रशासन एवं पुलिस को शिकायत किया गया है किंतु विधायक फुन्देलाल सिंह के प्रभाव व दबाव में शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
सहसराम ने बताया कि जुगुल राठौर सहनशील, हिम्मती एवं अनुभवी नेता हैं। जिनके सूझ बूझ से जिला अनूपपुर में कई उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों के साथ साथ प्रदेश के बाहर काम करने वाले प्रवासी मजदूरो का भी हित हुआ है। ऐसे बहादुर नेता को असामाजिक तत्वों से बचाना हम सब मजदूर एवं किसानों का नैतिक जिम्मेदारी है।
सहसराम चौधरी ने मजदूरों एवं किसानों से अपील किया है कि अब सहने की क्षमता समाप्त हो गई है । ऐसे दुर्दांत एवं अत्याचारी लोगों को मुंहतोड़ जवाब देने का वक्त आ गया है, और हम सबको साथी जुगल किशोर राठौर के साथ कंधा से कंधा मिलाकर अन्यायियों का हिसाब चुकता करने की तैयारी करनी चाहिए।