हाथियों के दोनों दल गुरुवार की सुबह फिर से पहुंचे गोबरी के जंगल में हाथी के भगाने में मची भगदड़ में वनरक्षक घायल publicpravakta.com


हाथियों के दोनों दल गुरुवार की सुबह फिर से पहुंचे गोबरी के जंगल में 

हाथी के भगाने में मची भगदड़ में वनरक्षक घायल


हाथी दल का मुखिया अस्वस्थ स्थिति में चल रहा है



अनूपपुर :-  दो अलग-अलग समूह में बटे हाथियों का दल बुधवार एवं गुरुवार की मध्य रात एक होकर गुरुवार की सुबह वन परिक्षेत्र जैततरी के गोबरी बीट के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहा है इसके एक दिन पूर्व चार हाथियों का समूह दो दिनो के मध्य लगभग 40 किलोमीटर की यात्रा ग्रामीणों के भगाए बढ़ाए जाने पर पूरा करता हुआ विगत रात अपने समूह के मुखिया से जा मिला है हाथियों का समूह विगत रात ग्राम पंचायत पगना के ग्राम बांका मे एक आदिवासी के घर में धावा बोलकर घर में तोड़-फोड़ करने बाद घर के अंदर रखें अनाज को अपना आहार बनाया इस दौरान ग्रामीणों एवं वन विभाग की टीम द्वारा भगाए जाने पर उत्तेजित होकर एक हाथी ने भीड़ को डराने के लिए दौड़ाया जिसमें मची भगदड़ दौरान एक वनरक्षक भागते हुए गिर गया जिसके कंधे में चोट आने पर दो घंटे बाद हाथियों के चले जाने पर उसे जिला चिकित्सालय में लाकर उपचार कराया गया वही समूह का सबसे बड़ा सदस्य जो मुखिया है विगत दो दिनों से सुस्त स्थिति में ठेही के जंगल से बुधवार की रात बांका के बांस प्लान्टेशन में पूरे दिन आराम करता रहा और तेज-तेज आवाज कर अपने साथियों को बुलाता रहा जो देर रात आगे के पैर से लगडाता हुआ अपने साथियों के साथ जा कर मिल गया,हाथियों के विचरण पर निगरानी रखने एवं ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने के उद्देश्य वन मंडला अधिकारी अनूपपुर एस,के,प्रजापति बुधवार की देर रात तक हाथी विचरण क्षेत्र का स्वयं भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया।

ज्ञातव्य की पांच हाथियों का समूह मंगलवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों एवं वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा घनी बस्ती वाले ग्रामों में घुसने से रोकने के उद्देश्य भगाने का प्रयास कर लगभग 40 किलोमीटर की परिधि में भगाने का प्रयास किया किंतु हाथियो का समूह अनेकों गांव व जंगलों में विचरण करता हुआ बुधवार की देर रात बांका के जंगल में आकर बांका गांव में ओमप्रकाश उर्फ बुधवा पिता पोखन सिंह के कच्चे घर पर हमला कर घर को चारों तरफ से तोड़फोड़ कर घर के अंदर रखें धान एवं अन्य तरह के अनाज को अपना आहार बनाया इस दौरान हाथियों के समूह को ओमप्रकाश के घर से भगाने के लिए ग्रामीण एवं वन विभाग की टीम ने हो-हल्ला एवं पड़ाका का प्रयोग करने दौरान एक हाथी ने भीड़ पर हमला करने के लिए पीजीसी आवाज कर दौडाया जिसमें भगदड़ मच जाने पर दौड़ने दौरान भगदड़ मच गई जिसमें भागने दौरान अनूपपुर में विशेष कर्तव्य में पदस्थ वनरक्षक विनीश कुमार पिता स्व,सुरेश प्रसाद मिश्रा 29 वर्ष निवासी ग्राम धनगवा थाना अनूपपुर के गिरने पर कन्धा में गंभीर चोट आई जिसे लगभग दो घंटे बाद हाथियों के समूह के स्थल से जाने के बाद ग्रामीण टेकचंद सिंह की मोटरसाइकिल में बैठाकर मेन रोड तक लाने बाद वन विभाग के वाहन से वनरक्षक राजबली साकेत,रामगोपाल पाठक एवं वन्यजीव संरक्षण शशिधर अग्रवाल जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों को दिखाने पर उपचार प्रारंभ कराया गया जिसका गुरुवार की दोपहर हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के,बी,प्रजापति द्वारा उपचार किए जाने पर वनरक्षक की जान बच सकी इसके पूर्व एक हाथी जो समूह का सबसे बड़ा सदस्य है मंगलवार की दोपहर समूह से अलग होकर ठेही के आरदा जंगल के पास पूरे दिन थक कर खड़ा रहा जो देर रात धीरे धीरे चल कर आवाज करता हुआ बुधवार के पूरे दिन बांका के जंगल में लेट कर,खड़े होकर दिन व्यतीत करने बाद देर रात आगे के बाएं पैर से लगडाता हुआ बीच-बीच में अपने साथियों से मिलने के लिए तेजी से आवाज करता हुआ गुरुवार की सुबह 3 बजे के लगभग बांका गांव के समीप मिलकर सुबह होते-होते सभी पांच हाथी वन परीक्षेत्र जैतहरी के गोबरी बीट के जंगल में कक्ष क्रमांक आर,एफ,302 में विश्राम कर रहे हैं,वन विभाग ने ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने की सलाह देते हुए कच्चे मकानों में रहने वाले ग्रामीणों को पक्के मकानों की छतों में रहने की हिदायत दिए जाने पर बांका गांव के अनेकों ग्रामीण हाथियों के आने पर अपने-अपने कच्चे मकानों को छोड़कर पक्के मकानों की छतों में रात गुजारने को मजबूर हुए रहे हैं एक वार फिर से गोबरी के जंगल में हाथियों के समूह के डेरा डालने से ग्रामीणों में दहशत की स्थिति बनी हुई है जिनके द्वारा प्रशासन से हाथियों के समूह को जन सहयोग से फिर से भगाए जाने की मांग कर रहे हैं ।

रिपोर्ट शशिधर अग्रवाल अनूपपुर

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