चोरभटी ग्राम पंचायत में जेसीबी एवं ट्रेक्टर लगाकर हो रहा है मनरेगा से खेत तालाब निर्माण का कार्य ,क्षेत्रीय मजदूर काम की तलाश में दूसरे राज्यो में पलायन करने को हो रहे है मजबूर ? Publicpravakta.com


चोरभटी ग्राम पंचायत में जेसीबी एवं ट्रेक्टर लगाकर हो रहा है 
मनरेगा से खेत तालाब निर्माण का कार्य ?


क्षेत्रीय मजदूर काम की तलाश में दूसरे राज्यो में पलायन करने को मजबूर  


 अनूपपुर/जैतहरी :- जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत चौरभट्टी में अधिकारियों के मिलीभगत से मनरेगा से स्वीकृत खेत तालाब योजना में धड़ल्ले से जेसीबी एवं ट्रैक्टर लगाकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है । जबकि उक्त निर्माण कार्य में शत प्रतिशत श्रमिकों से करवाया जाकर उनको रोजगार उपलब्ध करवाया जाना है ।लेकिन श्रमिकों से निर्माण कार्य नहीं करवाया जा रहा है, जिसके कारण श्रमिक जिला एवं प्रदेश से बाहर पलायन करने को मजबूर हैं । उक्त आशय की जानकारी ग्राम पंचायत चौरभट्टी के उपसरपंच दयाराम राठौर ने देते हुए बताया कि मनरेगा से स्वीकृत खेत तालाब योजना के हितग्राही कोदू लाल पिता द्वारिका राठौर, नारायण पिता रोदल राठौर एवं अन्य हितग्राहियों के द्वारा धडल्ले के साथ जेसीबी एवं ट्रैक्टर का प्रयोग कर निर्माण कार्य करवाया जा रहा है और उक्त निर्माण कार्य का जिला एवं प्रदेश के बाहर काम कर रहे मजदूरों का जॉब कार्ड का प्रयोग कर राशि का आहरण कर लिया जाता है। उन्हें यह लालच दिया जाता है कि जाब कार्ड में 90-95 दिन का हाजरी भरने से कर्मकार कल्याण मंडल के तहत पंजीयन हो जाएगा और योजना का लाभ मिलेगा।

 ग्राम पंचायत के इस तरह के रवैया से मनरेगा का मूल भावना श्रम मूलक कार्यों से श्रमिक वंचित हो रहे हैं ।



खेत तालाब योजना के स्थाई हितग्राही हैं कुछ लोग


 उपसरपंच ने बताया कि इन हितग्राहियों का पूर्व में भी खेत तालाब योजना स्वीकृत हुआ था और जेसीबी व ट्रैक्टर का प्रयोग कर निर्माण कार्य करवाया जाकर शत प्रतिशत राशि आहरित करवा लिया गया है । उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष इनके नाम से खेत तालाब स्वीकृत कर दिया जाता है और 40 - 50 हजार का काम जेसीबी एवं


ट्रैक्टर लगाकर करवा लिया जाता है ? और अधिकारियों से साठ गांठ कर  4- 5 लाख रुपए का मूल्यांकन करवा करके अधिकारी ,सचिव ,रोजगार सहायक संपूर्ण राशि का मिलीभगत करके बंदरबांट कर मनरेगा जैसे लोक हितैषी योजना को बदनाम किया जाकर भृष्टाचार को पनपाया जा रहा है ?

उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया है कि उक्त हितग्राहियों का मूल्यांकन पर रोक लगाई जाए एवं मनरेगा योजना से स्वीकृत कार्य को उसके मूल भावना के अनुरूप श्रमिकों के माध्यम से करवाया जाएं।


पंचायत के जिम्मेदारों पर गम्भीर आरोप 


मनरेगा एक श्रमिक मुल्क योजना है जिसके राहत सम्पूर्ण कार्य मजदूरों से ही करवाना है लेकिन अधिकारियो , कर्मचारियों और कुछ जनप्रतिनिधियों की मिलिभगत से यह कार्य मशीनों से करवाया जा रहा है और क्षेत्र के युवा और मजदूर वर्ग काम की तलाश में दूसरे राज्यो में पलायन करने को मजबूर हो रहे है ?


आम सभा मे उठेगा मुद्दा 


सीटू नेता और स्थानीय निवासी जुगुल राठौर ने कहा है कि पंचायत के जिम्मेदार मनरेगा की मूल भावना के विपरीत कार्य कर रहे है , मनरेगा योजना के तहत स्वीकृत कार्यो को मजदूरों से करवाया जाना है लेकिन मसिनो से कार्य करवाकर बाहर मजदूरी करने गए मजदूरों को लालच देकर उनका नाम मस्टर में भर लिया जाता है और मनरेगा के मूलउद्देष्य के विपरीत कार्यकर भ्रष्टाचार किया जाता है । हम इस मुद्दे को आगामी दिनों में होने वाली आमसभा में उठाएंगे ।



इनका कहना है - 



 हमारी पंचायत के द्वारा खेत तालाब योजना का कोई भी कार्य मशीनों से नही करवाया जा रहा है , कोई हितग्राही यदि व्यक्तिगत रूप से मशीन लगाया हो गया तो इसकी जानकारी नही है ।



      रामगणेश महरा

सचिव ग्राम पंचायत चोरभटी


 मनरेगा एक श्रमिक मुल्क योजना है जिसके तहत सम्पूर्ण कार्य मजदूरों से ही करवाना है लेकिन अधिकारियो , कर्मचारियों और कुछ जनप्रतिनिधियों की मिलिभगत से यह कार्य मशीनों से करवाया जा रहा है और क्षेत्र के युवा काम की तलाश में दूसरे राज्यो में पलायन कर रहे है । हमारी पंचायत में कोदू लाल राठौर की भूमि में खेत तालाब स्वीकृत है जिसका काम जेसीबी और ट्रेक्टर लगवाकर करवाया जा रहा है ।


       जुगुल राठौर 

श्रमिक नेता व स्थानीय निवासी

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