पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मीडिया पर झुंझलाहट शर्मनाक -- मनोज द्विवेदी
पत्रकारों के उठाए अवैध कांग्रेस जिला कार्यालय पर सवाल वाजिब
अनूपपुर :- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा अनूपपुर के पत्रकारों से जो बर्ताव किया गया वो अत्यंत दुखद और शर्मनाक है। यदि जिले के वरिष्ठ पत्रकारों ने अवैध कांग्रेस जिला कार्यालय पर सवाल पूछे थे तो उन्हे उसका सही - सही जवाब देना चाहिए था , ना कि भाजपा की वकालत करने का आरोप लगा देना था। भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने कमलनाथ के पत्रकारों के साथ व्यवहार को गैर वाजिब और अस्वीकार्य बतलाया है। कमलनाथ सोमवार को अनूपपुर प्रवास पर आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने जिला कांग्रेस कार्यालय के नये भवन का शुभारंभ किया। भवन निर्माण की कोई अनुमति नगरपालिका से नहीं ली गयी है। इसलिए कांग्रेस भवन को नियम विरुद्ध और अवैध बतलाया जा रहा है। श्री द्विवेदी ने कहा है कि कांग्रेस गैर जिम्मेदार पार्टी है। उनके नेता नियम कायदों से परे जा कर कार्य करते रहे हैं। वे स्वयं को इससे ऊपर मानते हैं । अनूपपुर के पत्रकारों ने कांग्रेस अध्यक्ष श्री नाथ से बहुत ही वाजिब तरीके से इसकी वैधता पर सवाल पूछे थे। यदि भवन निर्माण की अनुमति नहीं ली गयी तो जबरन भवन क्यों बना लिया गया ? पूर्व मुख्यमंत्री की संविधान और नियम कायदों के प्रति निष्ठा होनी चाहिए । जो दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इस मामले मे दिखी नहीं । गुटबाजी में आकंठ डूबे जिला कांग्रेस के नेताओं ने महज अपनी झांकी बनाने के लिये इस विवाद में कमलनाथ को भी घसीट लिया। कमलनाथ से पत्रकारों ने सीधा सवाल पूछा था तो उसका जवाब ना देकर उल्टे भाजपा की तरफदारी करने का आरोप मढते हुए यह तक कह दिया कि मीडिया को सब जानते हैं । उनका यह बयान मीडिया के प्रति उनकी गलत और अपमानजनक मानसिकता को उजागर करता है। पत्रकारों के साथ उनका व्यवहार अत्यंत निंदनीय है ,जिसकी कडे शब्दों में मैं निंदा करता हूँ । श्री द्विवेदी ने जिले के वरिष्ठ पत्रकारों की प्रशंसा करते हुए कहा है कि अनूपपुर के पत्रकार बन्धुओं की साहसिक पत्रकारिता का एक बडा मजबूत इतिहास है। इसे कोई भी गैर जिम्मेदार व्यक्ति चैलेंज ना करे तो ही बेहतर होगा।