भारत विकास की प्रांतीय बैठक सम्पन्न, शेखर अध्यक्ष, गोपाल महासचिव, सुरेश बने प्रांतीय कोषाध्यक्ष
अनूपपुर :- संपर्क सहयोग संस्कार सेवा और समर्पण पांच सूत्रों पर काम करने वाली पूर्ण स्वदेशी सामाजिक संगठन भारत विकास परिषद के प्रांतीय परिषद की बैठक का आयोजन आस्था होटल अनूपपुर में संपन्न हुआ। संपूर्ण दिन चलने वाले इस बैठक में विन्ध्य प्रांत के 10 जिलों में से 12 शाखाओं में से प्रत्येक शाखा के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष व प्रांतीय पदाधिकारी बैठक में शामिल हुए । मां भारती और स्वामी विवेकानंद के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलन के उपरांत वंदे मातरम के गायन के साथ सुबह 10:00 बजे प्रारंभ हुआ यह बैठक अपरान्ह 4:00 बजे समाप्त हुआ। बैठक की कार्यवाही प्रांताध्यक्ष डॉ. शेखर जैन के स्वागत भाषण के साथ प्रारंभ हुई,इसके बाद प्रत्येक शाखा से आए सदस्यों का परिचय, प्रत्येक शाखा द्वारा वर्षभर किए गए कार्यों का विवरण सदन के सम्मुख प्रस्तुत किया गया, इसके अलावा कुछ शाखाओं के द्वारा लिए गए स्थायी प्रकल्प के विषय में भी जानकारी प्रस्तुत की गई । सतना शाखा द्वारा नेत्रदान, कटनी शाखा द्वारा एंबुलेंस व गोद ग्राम, शहडोल शाखा द्वारा व्रुद्धाश्रम विगत कई वर्षों से किए जा रहे स्थाई विकल्पों की जानकारी भी सदन के सम्मुख प्रस्तुत की गई ।
बैठक के द्वितीय सत्र में आगामी वर्ष हेतु प्रांतीय पदाधिकारियों का चुनाव किया गया। जिसके चुनाव पर्यवेक्षक आदरणीय पूर्णेन्दु भट्ट जिनके कुशल मार्गदर्शन में चुनाव सम्पन्न हुआ। जिसमें प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. शेखर जैन, प्रांतीय महासचिव गोपाल धूत, प्रांतीय कोषाध्यक्ष सुरेश विश्नोई का मनोनयन हुआ। प्रांतीय परिषद की बैठक का आयोजन अनूपपर शाखा के द्वारा किया गया जिसको सफल बनाने में शाखा के सदस्य और प्रांतीय उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार तिवारी ,प्रांतीय पर्यावरण प्रमुख बीरेंद्र सिंह , शाखा संरक्षक राम नारायण उरमलिया शाखा अध्यक्ष शैलेंद्र गुप्ता ,सचिव आनंद पांडे ,कोषाध्यक्ष राकेश गौतम, महिला तथा बाल विकास शाखा एवं पर्यावरण प्रमुख शब्द अधारी राठौर,संस्कृति सप्ताह प्रमुख श्रीमती पंकज गौतम और शाखा के सम्मानीय सदस्य सिद्धार्थ शिव सिंह , पुष्पेंद्र पांडे, रमाकांत तिवारी, रंजीत सर्राटी , डॉ देवेंद्र सिंह बागरी,श्रीमती शशि तिवारी के अलावा अन्य शाखाओं से आये हुए सैकड़ो सैकड़ो पदाधिकारी व सदस्यों ने अपना अमूल योगदान दिया। कार्यक्रम का आभार अनूपपर शाखा के उपाध्यक्ष राजकिशोर तिवारी जी द्वारा किया गया। तत्पश्चात राष्ट्रगान के उपरांत सभा समाप्ति की घोषणा की गई।