कबाड़ चोर पुलिस के हवाले फिर भी कोतमा पुलिस की कार्यवाही शून्य publicpravakta.com


कबाड़ चोर पुलिस के हवाले फिर भी कोतमा पुलिस की कार्यवाही शून्य 


8 दिन बाद भी चोरों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही ना होना पुलिस की कार्यशैली पर खड़े हो रहे सवाल 


 पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का अपराधियों को संरक्षण दिये जाने की हो रही चर्चा  ?


जिले में अपराध व अपराधियों के हौसले यूं ही नहीं बुलंद हैं इसके इसके पीछे के माजरे को समझा जाए तो कई तथ्य सामने दिखाई दे रहे हैं एक तो कई वर्षों से एक ही थाने में अंगद के पांव की तरह जमे अधिकारी कर्मचारी अपराध व अपराधियों से साठगांठ बना चुके हैं तो वहीं जिले में नंबर दो के वरिष्ठ अधिकारी नंबर दो के कारोबारियों से हाथ मिलाना चर्चा का विषय पूरे जिले में बना हुआ है ? जिनके इशारे पर अपराध और अपराधी फल फूल रहे हैं और आम जनता इनका कोप भाजन बन रही है कहा तो यहां तक जा रहा है कि यदि कोई थाना प्रभारी या कर्मचारी किसी घटित अपराध के अपराधी को पकड़ता है तो ऐसे अपराध जगत से जुड़े लोगों को छोड़ने बचाने का कार्य पुलिस विभाग के नंबर दो के अधिकारी कर रहे हैं ? नए पुलिस अधीक्षक के आने से एक उम्मीद की किरण जागी थी लेकिन अब उस पर भी पानी फिरता दिखाई दे रहा है ? आज भी नंबर दो के अधिकारी पूरे जिले का संचालन अपने मनमर्जी के मुताबिक कर रहे हैं एक यह भी कारण है जो अपराध व अपराधियों को फलने फूलने में मददगार साबित हो रहा है ? एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार विकास यात्रा निकाल रही है तो वहीं दूसरी तरफ अपराध व अपराधियों के माध्यम से विनाश की ओर अनूपपुर जिला बढ़ रहा है यदि पर अंकुश नहीं लगा तो इस स्थिति और भी भयावह हो सकती है चोरी लूटपाट जैसी घटनाओं में भी पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आंख कान बंद कर लें तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है लानत है मध्य प्रदेश सरकार की ऐसी विकास यात्रा पर जहां रंगो हाथ अपराध करने वाले पकड़े जाने के भी बाद घूम रहे हो।



अनूपपुर/जमुना कोतमा :-  एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र में कबाड़ चोरी की घटना से आमजन पूरी तरह त्रस्त हैं यहां तक की कबाड़ चोर मूलभूत सुविधा जैसे पानी सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइप लाइन विद्युत सप्लाई के लिए बिछाई गई तार और कालरी के बेशकीमती सामान को चुरा कर ले जाना आम बात है जिससे आमजन को महीनों पानी और बिजली की समस्या से जूझना पड़ रहा है 


चोरी करते धरे गए कबाड़ चोर


 दिनांक 5/6 फरवरी की रात करीब 3 बजे मीरा खदान में कबाड़ चोर कबाड़ व केबल तार चोरी करने के लिए घुसे थे तभी एसआईएसएफ के जवान दीपक पटेल एवं शिवम साहू एसईसीएल के कमल किशोर रात्रि पेट्रोलिंग कर रहे थे और उसी समय चोरों को पकड़ने का प्रयास किया लेकिन अन्य चोर भागने में सफल रहे लेकिन एक चोर को जिसका नाम नारायण यादव पिता शिवचरण यादव निवासी पोंटा टोला कोतमा को रंगे हाथों पकड़ लिया 


पकड़े गए चोरों ने किया कबूल नामा


 पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसके साथ 6 लोग चोरी करने के लिए आए थे जिनमें से केवल तीन लोग का नाम जानता है जिसमें शंकर सरदार उम्र 30 वर्ष निवासी भालूमाडा़ घनश्याम पटेल उम्र 40 वर्ष निवासी भालूमाडा बावला कोल उम्र 40 वर्ष निवासी गोविंदा के साथ अन्य लोग शामिल हैं उसने अह भी बताया कि वह कबाड़ की चोरी करके कोतमा के पप्पू कबाड़ी के पास बेचता है जिसका की सुरक्षाकर्मियों ने प्रमाण के तौर पर बाकायदा वीडियो भी बनाया और चोर नारायण यादव को पकड़ने के बाद एसईसीएल के गार्डों के सुपुर्द कर दिया उसके बाद एसईसीएल के गार्डों ने उक्त चोर को लिखित रिपोर्ट करते हुए थाना कोतमा के सुपुर्द कर दिया और क्या-क्या चोरी हुई है इसकी सूचना भी दी


 8 दिन बीत जाने के बाद भी कोतमा पुलिस की कार्यवाही शून्य


 8 दिन बीत जाने के बाद भी कोतमा पुलिस ने पकड़े गए चोर के खिलाफ और ना ही कबाड़ खरीदने कबाड़ी के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई है जिससे पुलिस की भूमिका संदिग्ध लग रही है इस संबंध में जब थाना प्रभारी अजय बैगा से चर्चा किया गया तो उन्होंने कहा कि कालरी वाले चोर तो पकड़ कर ले आए हैं लेकिन चोरी का सामान जब्ती नहीं कराया है तो हम कैसे कार्यवाही करें वहीं पर जब एसईसीएल के सुरक्षा गार्ड मारकंडेय सिंह से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि हम ने बकायदा लिखित में दिया है कि कौन कौन सा सामान चोरी हुआ है और उसकी क्या कीमत है और यहां तक की उक्त सामान को हम 24 घंटे तक कालरी के मुहाडे पर ही रहने दिए हैं लेकिन पुलिस नहीं आई इसके बाद जब पुलिस से पुनः चर्चा किया गया तो उसने बताया कि ठीक है अगर एसईसीएल वाले माल चोरी का दे रहे हैं तो हम जिसके पास से माल जप्त करेंगे उसको मुलजिम बनाएंगे


पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल


 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक कबाड़ चोरों के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही और गिरफ्तारी ना होने से साफ स्पष्ट होता है की पुलिस कबाड़ चोरों पर किस तरह से मेहरबान है और  अब पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि जब एसआईएसएफ के जवानों ने रंगे हाथों कबाड़ चोर को पकड़ा और पुलिस के सुपुर्द किया पुलिस ने कार्यवाही क्यों नहीं की यह अपने आप में बड़ा सवाल हैं जिले के पुलिस अधीक्षक  से मांग किया गया है कि उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए दोषियों पर कार्यवाही की जाए ताकि क्षेत्र में हो रहे बेहतासा कबाड़ चोरी पर अंकुश लग सके और लोगों का भरोसा पुलिस पर कायम रहे।


इनका कहना है


कॉलरी में चोरी कर रहे नारायण यादव को रंगे हाथ पकड़ कर पुलिस को दिया गया था जिस पर कार्रवाई नहीं की गई है ऐसी जानकारी आपके द्वारा मुझे दी जा रही है मैं तत्काल इसका पता लगाकर  उन सभी आरोपियों पर कार्यवाही करवाता हूं


    जितेंद्र सिंह पवार

 पुलिस अधीक्षक अनूपपुर

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