बनगवां में भ्रष्टाचार से बाज नहीं आ रही नगर परिषद, टैंकर खरीदी में भी घोटाले के संकेत ? Publicpravakta.com


बनगवां में भ्रष्टाचार से बाज नहीं आ रही नगर परिषद, टैंकर खरीदी में भी घोटाले के संकेत ?



अनूपपुर/राजनगर :- बंगनवा नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है हाल तो यह है कि संयुक्त संचालक शहडोल द्वारा राशि के निकासी और क्रय विक्रय पर रोक भी लगा रखी है। लेकिन मौजूदा जनप्रतिनिधियों द्वारा भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जेम पोर्टल के माध्यम से क्रय किए गए सामानों में भ्रष्टाचार सामने आने के बाद अब तक कार्यवाही नहीं हुई जिसके कारण भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंदी पर हैं अब नया मामला सामने आया है जहां टैंकर को अधिकतम दर से दुगने तिगुने दाम पर खरीदा जा रहा है। बिजुरी नगर पालिका की तर्ज पर इन दिनों नगर परिषद बनगवां में अनाप-शनाप रेट पर बिल लगाकर शासन के पैसे का दुरुपयोग करने की बात सामने आराही है। नगर परिषद बनगवा में ठेकेदार के द्वारा नगर परिषद के जेम पोर्टल में लाखो का भुगतान  दो फर्मों को किया गया है। जिसकी जांच होना चाहिए जिससे भ्रष्टाचार के कई खुलासे सामने आ सकते हैं। 


पार्षदों ने लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप, तो परिषद ने थामा सत्ता का हाथ


आखिरकार नगर परिषद में  लगातार एक के बाद एक भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं और और नगर परिषद के उपाध्यक्ष व पार्षदों के द्वारा कई मामलों की लिखित शिकायत भी की गई है लेकिन जांच ठंडे बस्ते में डालकर उच्च अधिकारी भी नगर परिषद में शामिल लोगों से साठगाठ कर रहे हैं। नगर परिषद बनगवां में जेम पोर्टल में मनमाने तौर पर रेट डालकर खरीदी का खेल लंबे समय से चल रहा है जिस पर नगर परिषद बनगवां के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा भी संज्ञान ना लेना कहीं ना कहीं अधिकारियों पर भी सवालिया निशान खड़ा करता है। 


आखिर जिम्मेदार क्यों हैं अनजान


 नगर परिषद बनगवां में लगातार भ्रष्टाचार की खबरों का प्रकाशन हो रहा है और बीते दिनों संयुक्त संचालक शहडोल से बड़े राशि पर रोक भी लगा दी गई है लेकिन उसके बावजूद बनगवां भुगतान करने से बाज नहीं आ रही है कहीं ना कहीं भुगतान करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों व ठेकेदारों के बीच कोई बड़ी सांठगांठ जैसी सुगंध आ रही है तभी तो अपने संबंधित फर्मों को लगातार भुगतान करना या मार्केट रेट से ज्यादा रेट पर भुगतान करना यह दर्शाता है कि इसमें कहीं ना कहीं अधिकारियों के भी बड़ी मिलीभगत हो सकती है।


सत्ता के वरदान से अभिभूत हो रहे परिषद के अध्यक्ष


नगर परिषद बंगनवा के अध्यक्ष निर्दलीय अध्यक्ष बनकर नगर परिषद की गद्दी पर काबिज हुए थे जिसके बाद कुछ ही महीनों में पार्षद ने उनकी भ्रष्टाचार की कलाई खोलने का प्रयास किया, कुछ हद तक पार्षदों और उपाध्यक्ष को इसकी सफलता भी मिली लेकिन भारतीय जनता पार्टी के दामन थाम ते ही सारे खुलासे दबकर रह गए, कार्यवाही शिथिल हो गई, शिकायतों को बंद फाइलों में रख दिया गया। सत्ता का दामन थामने के बाद लगातार अनियमितताओं को अंजाम देने का प्रयास नगर परिषद बनगवां में किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी भ्रष्टाचार से बचते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। नगर परिषद के अंदर कब्जा कर बैठे हुए ठेकेदारों ने परिषद को भरपूर चूना लगाने का कार्य किया है। लेकिन जब राजा ही आंख में पट्टी बांध ले तो राज्य को बर्बाद होने और जनता को लूटने में ज्यादा समय नहीं लगता है। उक्त कथन का यही हाल बनगंवा नगर परिषद का होगा अगर जल्द ही अध्यक्ष द्वारा भ्रष्टाचार में काबू नहीं पाया जाता है तो। 

 

इनका कहना है

 इस संबंध में नगर परिषद बनगवां के सीएमओ से बात की गई तो  उनका कहना है कि टैंकर की  खरीदी जेम के माध्यम से हुई है इसके कारण इनका इतना रेट है और हमने भुगतान किया है।


         राजेंद्र कुशवाहा 

मुख्य नगरपालिका अधिकारी बनगवां

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