प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में 100 नए स्टार्टअप प्रारंभ करने हेतु प्रशिक्षण शुरू
अनूपपुर :- भारत के 6 राज्यों के प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में 100 नए स्टार्टअप तथा सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यमिता प्रारंभ करवाने हेतु उद्यमिता-पारिस्थितिकी-तंत्र निर्मित कर युवाओं को स्वावलंबी बनाने की ओर क्षमता-निर्माण-प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंजीयन शुरू है तथा अभी तक सवा लाख युवा एवं युवतियों ने अपना पंजीयन करा लिया है तथा पंजीयन आगे भी जारी है। लोकल स्वदेशी को ध्यान रखकर स्थानीय संसाधन के आधार पर उद्यमिता प्रारंभ करने, विकेंद्रीकृत आर्थिक गतिविधियां तथा सहकारिता के चतुष्पंक्ति मार्ग पर विषय विश्लेषण एवं सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-प्रयास तथा सबका विश्वास के संदर्भ में आर्थिक दृष्टिकोण, सामाजिक दृष्टिकोण तथा राजनीतिक दृष्टिकोण के अलग-अलग अनुषांगिक संगठन - स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती, सहकार भारती, ग्राहक पंचायत, राष्ट्रीय सेवा भारती, भारतीय किसान संघ, भारतीय मज़दूर संघ, अखिल भारतीय विध्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद (सेवा विभाग), वनवासी कल्याण आश्रम, भारतीय शिक्षण मंडल भारतीय जनता पार्टी, विकास भारती का समन्वयक साथ रखा गया है इस हेतु एक ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भारत सरकार के परियोजना के मुख्य अन्वेषक तथा अधिष्ठाता प्रो (डॉ) विकास सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रोनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के परियोजना के अंतर्गत युवा एवं छात्रों को विभिन्न उद्यमिता सेक्टर में प्रमाणित कर छात्रों के बीच कैरियर विकल्प के रूप में उद्यमिता के बारे में जागरूकता पैदा करना है और ऐसे उद्यमी तैयार करना है जो न केवल अपने व्यवसाय को बढ़ाएंगे बल्कि राष्ट्र निर्माण का हिस्सा भी बनेंगे। अमृत काल में युवाओं को स्वावलंबन का आयाम तथा कौशल -उद्यमिता विकास हेतु “डीपीआर का फॉर्मेट”, अलग-अलग उद्यमिता सेक्टर में उद्यमिता प्रारंभ करने के विभिन्न आईडिया की सूची, तकनीकी की जानकारी, मशीनरी की जानकारी, कोटेशन मंगाने की जानकारी, शासकीय योजनाओं की जानकारी के साथ उद्यमिता जीवन चक्र की समस्त जानकारी एवं इस हेतु निर्धारित फॉर्मेट को पाठ्यक्रम-सामग्री के रूप में छात्रों को दिया जाएगा। छात्रों को आइडिया कैसे जनरेट करना है? आइडिया में नवाचार के माध्यम से नए प्रकार का प्रोडक्ट के उत्पादन की गूढ़ रहस्य, पैकेजिंग के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी, रोजगार की सही परिभाषा, क्षेत्रीय संसाधनों के प्राकृतिक उपयोग तथा स्थानीय संसाधन आधारित उद्यमिता, अभिरुचि, सहकारिता, स्वदेशी, स्वावलंबन के व्यापक आयाम के संबंध में युवाओं को मार्गदर्शन दिया जाना है ।
“स्व” का जागरण कर 2030 तक भारत को गरीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य
परियोजना की प्रोफेसनल इंस्ट्रक्टर सुश्री खुशबू तिवारी तथा सुश्री सोनम सिंह कि अमृतकाल में सामाजिक, शैक्षणिक व शासकीय योजनायें एक मंच पर हैं, आनेवाले 100 दिन में युवाओं को “स्व के जागरण” के स्वावलंबी रथ पर सवार कराकर नौकरी कर नौकर बनने की मानसिकता को बदलते हुए उन्हें अपने स्वयं के उद्यम का मालिक बनने के लिए प्रेरित किया जायेगा तथा सरकारी योजनाओं, स्वदेशी व स्थानीय उत्पादों का सहकारिता-मार्केटिंग करने, हस्तशिल्प, कृषि, खाद्यान्न, आयुष स्टार्टअप, स्थानीय कौशल को पुनर्जीवित कर परम्परागत उद्यमिता, जनजातीय उद्यमिता, महिला उद्यमिता शुरू करवाया जायेगा।
बैठक में प्रमुख रूप से ओमप्रकाश पाठक, सुश्री दिव्या राय, चिन्मय पांडे, खेलन ओरके, लवकेश जयसवाल, विशाल ताम्रकार, सुश्री खुशबू तिवारी, सुश्री सोनम सिंह, हीरा उद्दे, महेश उइके, वर्षा कुमरे, मोरध्वज पैकरा, राजीव किस्सी, रामकुमार पटेल, कुमार कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। उक्त जानकारी भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह द्वारा दी गई।