रोजगार सृजन केंद्र अनूपपुर का शुभारंभ , नौकरी तलाशने के बजाय नौकरी देने वाला उद्यम का मालिक बनाने का अभियान publicpravakta.com


रोजगार सृजन केंद्र अनूपपुर का शुभारंभ


नौकरी तलाशने के बजाय नौकरी देने वाला उद्यम का मालिक बनाने का अभियान


अनूपपुर :-  स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत रोजगार सृजन केंद्र का भव्य शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री सुरेश जोशी भैया जी अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल सदस्य पूर्व सरकार्यवाहक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विशिष्ट अतिथि, रतन सिंह डाबर महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र अनूपपुर, आभासी माध्यम से महाकौशल प्रांत के प्रांत प्रचारक श्री प्रवीण जी, प्रान्त सह-कार्यवाह श्री उत्तम बनर्जी, प्रांत समन्वयक श्री आलोक सिंह चौहान, सह-समन्वयक सुश्री दीप्ति पयासी, श्री सोमेश गुप्ता, विभाग प्रचारक श्री राकेश द्विवेदी समेत कई गणमान्य नागरिक महाकौशल प्रांत के 21 जिलों से जुड़े हुए थे, इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं उससे जुड़े विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी, समाजसेवी एवं मीडिया कर्मी उपस्थित रहे । 

कार्यक्रम की प्रस्तुतीकरण देते हुए शहडोल विभाग के विभाग संयोजक प्रो. (डॉ.) विकास सिंह ने बताया कि स्वावलंबी भारत अभियान युवाओं में नौकरी तलाशने की मानसिकता को बदलकर नौकरी देने वाला उद्यम का मालिक बनने की अग्रसर करने का अभियान है, रोजगार सृजन केंद्र अनूपपुर के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं को उद्यमिता के विभिन्न आयामों जैसे 64-कलाओं आधारित सांस्कृतिक स्टार्टअप, सोलह सिंगार स्टार्टअप, हर्बल ब्यूटी - डेकोरेटिव प्रोडक्ट्स फैशन एसेसरीज मातृशक्ति उद्यमिता, 108 जड़ी-बूटी आधारित हर्बल स्टार्टअप, मोटाअनाज आधारित 1008 भारतीय व्यंजनों का रेडी टू ईट स्टार्टअप, छप्पन-भोग खानपान उधमिता, 108 भारतीय मसाला स्टार्टअप, वनौषधि- आयुष स्टार्टअप, ट्रेडिंग, जनजातीय उधमिता, हथकरघा-बुटीक गारमेंट्स स्टार्टअप, हस्तशिल्प, गोबर उत्पाद, पूजन सामग्री स्टार्टअप, फूड प्रोसेसिंग स्टार्टअप, शिल्प एवं हथकरघा, डेयरी स्टार्टअप, बेकरी स्टार्टअप, महुआ स्टार्टअप, जैव उर्वरक, घरेलू / दैनिक उपयोग की वस्तुओं का स्टार्टअप, चमरा - फुटवियर, बायोप्लास्टिक, स्पोर्ट्स आइटम स्टार्टअप्स, घरेलू इलेक्ट्रॉनिक स्टार्टअप, सेमीकंडक्टर - मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक स्टार्टअप,  नेचुरोपैथी एक्यूप्रेशर स्टार्टअप, संगीत एवं मनोरंजन उपकरण स्टार्टअप, रियल स्टेट सामग्री स्टार्टअप, 3डी प्रिंटिंग,  सौर ऊर्जा, बैटरी इलेक्ट्रिकल वाहन स्टार्टअप सहित उनके अभिरुचि के अनुसार उद्यम शुरू करने स्टार्टअप-उद्यमिता-पारिस्थितिकी-तंत्र को विकसित किया जायेगा।


आर्थिक विकेंद्रीकरण, सहकारिता आधारित उद्यमिता से स्वराज का मॉडल


प्रो. विकास सिंह ने आगे बताया कि प्रत्येक गाँव / जिला में उपभोक्ता आधारित दैनिक आवश्यकताओं की अधिकांश वस्तुओं की आपूर्ति करने के लिए उन्हीं गाँव / जिला में स्वदेशी उत्पादन, लोकल के लिए वोकल, सहकारिता आधारित  आर्थिक विकेंद्रीकरण पर बल दिया जा रहा है जिससे स्थानीय उत्पाद प्राथमिकता की श्रेणी में आ जाएगी। प्रत्येक गाँव / जिला में इमर्जिंग बिजनेस इकोसिस्टम को विकसित किया जायेगा जिसका उद्देश्य सहकारिता उद्यमिता के विश्वास को बढ़ावा देना, क्वालिटी कण्ट्रोल के अनुकूल माहौल तथा मार्केटिंग के स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना है जिससे समाज के अंतिम छोर के युवा स्वावलंबी होंगे तभी सही मायने में भारत स्वावलंबी होगा।


अमृतकाल में 16-30 वर्ष के 38 करोड़ युवाओं को स्वावलंबी बनाने का अभियान


प्रो. विकास सिंह ने आगे बताया कि भारत के पास मौजूदा वक्त में 16  से 30 वर्ष के 38 करोड़ युवा-शक्ति का सामर्थ्य हैं तथा प्रत्येक वर्ष सवा करोड़ युवा रोजगार के लिए बाजार में आ रहे हैं। इनके रोजगार की पूर्ति अकेले सरकार या कंपनियां नहीं कर सकती हैं, इसके लिए स्वउद्यमिता को बढ़ावा देने को ध्यान में रखकर भाजपा आगे बढ़ रही हैं, युवाओं में उद्यमिता, स्वरोजगार व अर्थसृजन करने को एक जनआंदोलन बनाना प्रमुख उद्देश्य है, ज्ञात हो कि इस दिशा में मोदी सरकार तथा शिवराज सरकार के द्वारा उठाए जा रहे कदमों से ईंज आफ डूईंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत ने प्रभावी बढ़त बना ली है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक श्री आर एस डाबर ने बताया कि प्रदेश सरकार की अनेक योजनाएं संचालित हो रही है, मुख्यमंत्री उद्यमिता विकास योजना के माध्यम से जिले में उधमिता स्थापित कराने का लक्ष्य है। इसके अलावा पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्रोदय योजना, प्रधानमंत्री उद्यमिता योजना के तहत युवाओं को उद्यमिता स्थापित करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, उद्योग विभाग मध्य प्रदेश सरकार द्वारा औद्योगिक भूमि के आबंटन के लिए विज्ञापन जारी किया जाता है तथा वर्तमान में औद्योगिक भूमि पर्याप्त उपलब्ध है। जिससे आने वाले समय में जिले के युवा औद्योगिक भूमि आबंटित कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं। उद्यमी बनने के लिए बैंक को का अपना अपना बहुत सी योजनाएं हैं जिसमें डीपीआर के आधार पर बैंक से लोन प्रदान किया जाता है युवाओं को इसमें आगे बढ़कर बैंक से सहायता लेकर उद्यमी बनना चाहिए इसके लिए बैंक युवाओं की सहायता के लिए सदैव तत्पर हैं।


2030 तक गरीबी मुक्त भारत बनाने का लक्ष्य


जिला समन्वयक डॉ देवेन्द्र तिवारी ने बताया कि आजादी के बाद पहली बार इसप्रकार के अभिनव सबसे बड़े अभियान के लिए सामाजिक, शैक्षणिक व शासकीय योजनायें एक मंच पर आए हैं। जिसका उद्देश्य संपूर्ण भारत को गरीब मुक्त व हर हाथ को काम देना है। देश में गरीबी तथा बेरोजगारी एक राक्षस के रूप में खड़ी है, जिस तरह भगवान श्रीराम ने राक्षस का वध कर बुराई पर अच्छाई को स्थापित किया, उसी तरह प्रत्येक युवा में “स्व” का जागरण कर स्वावलंबी बनने से गरीबी और बेरोजगारी की समस्या का स्थायी समाधान मिल जायेगा। आनेवाले 25 वर्षों अमृतकाल यानी स्वाधीनता के 100 वर्ष होने तक विश्व के श्रेष्ठ राष्ट्रों में भारत स्थापित होगा इसके लिए युवाओं को “स्व के जागरण” के इस विजयरथ पर सवार होकर नौकरी कर नौकर बनने की मानसिकता को बदलते हुए उन्हें अपने स्वयं के उद्यम का मालिक बनने के लिए प्रेरित किया जायेगा तथा प्रत्येक युवा गरीबी पर विजय पाने का प्रण लेगा, इस सामूहिकता से निश्चिततौर पर भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2030 तक 10 ट्रिलियन डालर से ज्यादा हो जायेगा। 

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला समन्वयक डॉ देवेंद्र तिवारी, सहसमन्यवक श्री हरिओम ताम्रकार, मीना सोनी, विभाग संयोजक प्रो विकास, चिन्मय पांडे, गोविंद पांडे, आयन ब्रह्मा, मनोज द्विवेदी, पुष्पेंद्र कुमार नामदेव, मनीष कुमार नामदेव, दिनेश तिवारी, लवकेश, शिव कुमार पनिका, वीरभद्र सिंह, श्रीमती रश्मि खरे, पुष्पेंद्र मिश्रा, राजेश शिवहरे, सत्येंद्र कुमार पाटकर, पुष्पेंद्र कुमार, मेक चंद पारदी, सूर्यकांत गुप्ता, दीपक कुमार गुप्ता, धीरज सिंह, दुर्गा प्रसाद, डॉ देवेंद्र सिंह, प्रशांत कुमार पांडे, देवेंद्र पांडे, वीरेंद्र सिंह, राज नारायण द्विवेदी, चैतन्य मिश्रा, पंकज विष्णु मिश्रा, संतोष शर्मा, राकेश पांडे, सुदामा राम पांडे, भैया सिंह राठौर, धनंजय सिंह मार्को, राहुल राठौड़, रमेश सिंह राठौर, मंगल सिंह, रामप्रसाद उइके, शिव कुमार राठौर, पुष्पा पटेल, सविता जी समेत विभिन्न अनुषांगिक संगठन - स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती, सहकार भारती, ग्राहक पंचायत, राष्ट्रीय सेवा भारती, भारतीय किसान संघ, भारतीय मज़दूर संघ, अखिल भारतीय विध्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद (सेवा विभाग), वनवासी कल्याण आश्रम, भारतीय शिक्षण मंडल भारतीय जनता पार्टी, विकास भारती के कार्यकर्त्ता प्रत्यक्ष तथा आभासी माध्यम से उपस्थित थे। उपरोक्त  जानकारी भाजपा मीडिया प्रभारी  राजेश सिंह द्वारा दी गई।

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