केवई नदी कोतमा की जीवन रेखा --  कर सकती है किसानों का भला publicpravakta.com


केवई नदी कोतमा की जीवन रेखा --  कर सकती है किसानों का भला


आपसी विवादों को सुलझाने में मददगार होगा पेसा एक्ट--


अनूपपुर/कोतमा :- केवई नदी कोतमा विधानसभा क्षेत्र की जीवन रेखा है । यह जीवन दायिनी नदी है। यदि इसके पानी को संचित करके बैराज के माध्यम से गांव - गांव पहुंचाया जा सके तो हजारों हैक्टेयर कृषि भूमि सिंचित हो जाएगी और किसान दो फसली खेती कर सकेगें। इससे किसानों की आमदनी बढने से क्षेत्र में संपन्नता आएगी। पिछले कुछ वर्षो में केन्द्र और प्रदेश की सरकारों ने क्षेत्र में बहुत से विकास कार्य करवाए हैं । बहुत से सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से कार्य करने की आवश्यकता है। सरकार का इस ओर ध्यानाकर्षण करके पहल करने की जरुरत है। कोतमा के ग्राम गुलीडांड मे इस क्षेत्र के वरिष्ठ गणमान्य कृषक एवं बीस वर्षों तक सरपंच रहे पंडित श्री राममिलन शर्मा ने भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं जिला भाजपा अनूपपुर के पूर्व मीडिया प्रभारी मनोज द्विवेदी से सौजन्य भेंट के दौरान उपरोक्त विचार व्यक्त किये।* 

       पंडित राम मिलन शर्मा पुत्र स्व श्याम सुन्दर शर्मा कई पीढ़ियों पहले कोयलांचल के इस सुदूर गांव में आकर बसे तो यहीं के हो कर रह गये। अपनी मेहनत, लगन और व्यवहार कुशलता के बूते वे 32 वर्ष की आयु में गुलीडांड के सरपंच निर्वाचित हुए। वे 1983 से 2000 तक इस पंचायत के सरपंच रहे। तब और आज के परिवेश में आए परिवर्तन पर टिप्पणी करते हुए श्री शर्मा कहते हैं कि इस क्षेत्र में सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य पर बहुत से कार्य हुए हैं। मोबाईल फोन के आने से जीवन सुगम हुआ है। रोजगार बढाने के लिये सरकार को चिंता करना चाहिए । किसानों को कृषि कर्म से जोड़े रखने के लिये इसे लाभ का कार्य बनाना होगा। सिंचाई की व्यवस्था ना होने से इस क्षेत्र के किसान एक फसल ले पाते हैं। उन्होने कहा कि केवई नदी का पानी कोतमा नगर की प्यास बुझा रहा है। बिजुरी नगर तक केवई का पानी पहुंचाने की योजना पर कार्य करना होगा। बैराज बना कर किसानों तक गांव - गांव पानी पहुंचाने की व्यवस्था हो जाए तो लोग दो से अधिक फसलें ले पाएगें। सब्जी की खेती हो सकेगी। जिससे किसानों की आय बढेगी। 

     इस अवसर पर तरसिली, गुलीडांड प्रवास पर पहुंचे  मनोज द्विवेदी ने श्री शर्मा के साथ पंचायत के उप सरपंच उमेश शर्मा, फत्ते सिंह, मुकेश गौतम, महेन्द्र यादव एवं अन्य लोगों की उपस्थिति में हुई अनौपचारिक चर्चा के दौरान मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में लागू पेसा एक्ट के प्रभाव विषय पर जानकारी दी गयी। उपस्थित सभी लोगों ने माना कि पेसा एक्ट का इस जनजातीय क्षेत्र में व्यापक सकारात्मक असर होगा। इसके लिये गाँव - गाँव लोगों को इस नये एक्ट की बारीकियों , विशेषताओं को बतला कर भ्रांतियों को दूर करने की जरुरत है। सभी ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने जनजातीय विकासखंडों में जनजातीय समाज के हितों को ध्यान में रख कर महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पेसा एक्ट किसी के विरुद्ध नहीं है। इस एक्ट के तहत पंचायत में बनने वाली समिति में सभी वर्ग के लोग होंगे। जिससे गाँव से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर आम राय बना कर सरलता से निर्णय लोये लिए जा सकेगें। छोटे - मोटे आपसी विवादों का निपटारा भी गाँव में ही हो जाएगा। पुलिस थाना से बचने के कारण लोग अपने कार्यों पर अधिक ध्यान केन्द्रित कर पाएगें। गुलीडांड के लोगों ने गाँव में 200 वर्ष पुराने धार्मिक स्थल ठाकुर धाम तक विद्युत व्यवस्था करवाने की मांग की गयी।

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