गीता पाठ के साथ दी स्व भगवत शरण को श्रद्धांजलि
प्रथम पुण्यतिथि पर बटुकों को भोज करवा कर दी पुष्पांजलि
अनूपपुर/अमरकंटक :- श्री नर्मदे हर सेवा न्यास बराती धाम अमरकंटक में न्यास के संस्थापक ,प्रचारक ,भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय संगठक एवं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश सह संगठन महामंत्री भगवतशरण माथुर की प्रथम पुण्य तिथि अवसर 14 दिसम्बर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। न्यास के सचिव पूर्व विधायक रामलाल रौतेल, श्रीमती रीना रौतेल, भारत विकास परिषद अनूपपुर के पूर्व अध्यक्ष मनोज द्विवेदी, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक उमेश पाण्डेय, मंडल अध्यक्ष सत्यनारायण फुक्कू सोनी, आदर्श दुबे , दुर्गेश दाहिया, आकाश निगम के साथ अन्य लोगों की उपस्थिति में स्व श्री माथुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर कांची कामकोटि वेद पाठ शाला अमरकंटक के आचार्य एवं ११ वेदपाठी बटुकों द्वारा गीता का पाठ किया गया। तत्पश्चात बटुकों को भोजन करवा कर उन्हे वस्त्रादि अर्पित किया गया। स्व माथुर की प्रथम पुण्यतिथि पर अमरकंटक एवं शहडोल संभाग के भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की है ।
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि स्व भगवत शरण माथुर का जन्म 13 अप्रैल 1951 को ग्राम तलेन जिला राजगढ़ मध्यप्रदेश में हुआ था। भगवत शरण 1975 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक निकले। श्रद्धेय बालासाहेब देवरस, सुदर्शन जी, बाबासाहेब नातू और कुशाभाऊ ठाकरे जैसे मूर्धन्य व्यक्तियों के साथ उन्होंने कार्य किया।
वह उज्जैन ,शाजापुर और रतलाम जिलों में जिला प्रचारक रहे ।
श्री माथुर 1994 से भारतीय जनता पार्टी के कार्य में जुट गए ।
वह मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के सह संगठन महामंत्री तथा हरियाणा में संगठन मंत्री रहे। आपातकाल के दौरान उन्हें 19 महीने का कारावास हुआ। माथुर जी संगठन के लिए संपूर्ण समर्पण के साथ कार्य करने वाले व्यक्तित्व थे। उन्होंने समाज हित में अपनी पैतृक संपत्ति श्री नर्मदे हर सेवा न्यास की स्थापना के लिए दान कर दी। यह न्यास वनवासी क्षेत्रों में समाज सेवा के कई प्रकल्प निशुल्क चलाया जा रहा है । आप अनुसूचित जाति और जनजाति मोर्चा एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संगठन भी रहे हैं। उनकी प्रथम पुण्यतिथि अवसर पर उपस्थित लोगों ने स्व माथुर द्वारा दिखलाए मार्ग पर चलने की प्रेरणा लेने की बात कही।