गागर में सागर का पर्याय है संख्याओं से ज्ञान की खोज पुस्तक
सभी प्रतियोगी छात्र - छात्राओं के लिये बहुपयोगी पुस्तक
अनूपपुर :- संख्याओं से ज्ञान की खोज पुस्तक सभी प्रतियोगी छात्र - छात्राओं के लिये बहुपयोगी है। इस पुस्तक में तथ्यों और जानकारियों का उत्कृष्ट संकलन किया गया है। गागर मे सागर जैसी कहावत इस पुस्तक पर सटीक बैठती है। भारत विकास परिषद अनूपपुर के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी ने यह टिप्पणी उक्त पुस्तक के विषय में की ,जिसकी प्रति पुस्तक के सह लेखक श्री दीपक मोदनवाल ने श्री द्विवेदी के निवास पर पहुँच कर भेंट की।*
इस पुस्तक के लेखक और संकलनकर्ता सेवा निवृत्त तहसीलदार श्री कैलाश शिवेन्द्र व्यौहारी ( शहडोल) निवासी हैं । वे और उनके पुत्र दीपक मोदनवाल को पढने का बहुत शौक है। सिविल सर्विसेस की तैयारी करते हुए उन्हे इस पुस्तक की योजना का ख्याल आया। श्री शिवेन्द्र और दीपक ने वर्षों मेहनत करके इतिहास, राजनीति, भूगोल, समाजशास्त्र, विज्ञान, वर्तमान सम सामयिक विषयों से जुड़े तथ्यों का संकलन किया । अब यह पुस्तक के रुप में लोगों के लिये उपलब्ध है। श्री द्विवेदी कहते हैं कि प्रतियोगी छात्र छात्राओं के साथ - साथ अन्य सभी लोगों को यह पुस्तक जरुर पढनी चाहिये। सिविल सर्विसेस के अतिरिक्त अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये यह पुस्तक उपयोगी सिद्ध होगा।
विगत 6 नवंबर 2022 को ब्यौहारी, जिला शहडोल स्थित अमर पैलेस में राष्ट्रीय कवि संगम विंध्य प्रांत संगठन द्वारा कवि/लेखक सम्मान वार्ता का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए प्रतिष्ठित कवि एवं लेखकों के द्वारा अपने गीत व रचनाओं से कवि संगम को मनमुग्ध करते हुए प्रस्तुति दी गई । इसी कार्यक्रम में श्री कैलाश "शिवेंद्र" द्वारा संकलित पुस्तक ‘’संख्याओं से ज्ञान की खोज’’ का विमोचन मंचासीन राष्ट्रीय कवि संगम विंध्य प्रांत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगदीश मित्तल, विशिष्ट अतिथि श्री विजय शुक्ला संपादक (विजय मत भोपाल) एवं अन्य अतिथिगणों की उपस्थिति में किया गया। तदुपरांत श्री कैलाश शिवेंद्र द्वारा बघेली व हिंदी कविताओं को प्रस्तुतिकरण कर कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्तपूर्ण योगदान दिया।।
विभिन्न विषयों के संख्यात्मक जानकारी के समावेशन का एक प्रयास है, यह टिप्पणी करते हुए श्री शिवेन्द्र कहते हैं कि संकलित पुस्तक में विभिन्न विषयों के अमूल्य व रोचक जानकारियों का संकलन कर शून्य से सौ तक कि संख्याओं में समाहित करने का प्रयास किया गया है। निश्चित तौर पर ज्ञान अथाह सागर है , जिसे एक पुस्तक में संकलित करना संभव नही है। शायद इसीलिए सिर्फ अधिकतम सौ अंक तक ही जानकारी संकलित किया जा सका है । पुस्तक में धर्म,चरकसंहिता, हिंदी, इतिहास, संविधान, भूगोल, सामान्य ज्ञान, मध्य प्रदेश, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र व अन्य विषयों की संख्यात्मक जानकारी का संकलन करने का प्रयास सरल व सहज शब्दों में किया गया है ।जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं मे परीक्षार्थियों को याद करने मे आसानी होगी व उन्हें बेहतर लाभ हो सकेगा ।