जैन समाज ने किया सम्वेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने पर मौन विरोध प्रदर्शन राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन publicpravakta.com


जैन समाज ने किया सम्वेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने पर मौन विरोध प्रदर्शन


राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन


अनूपपुर/राजेन्द्रग्राम :- पारसनाथ दिगम्बर जैन समिति राजेन्द्रग्राम एवं अमरकंटक द्वारा सम्वेद शिखर बचाओ आंदोलन के तहत जैन मंदिर से बाजार होते हुये रैली निकाल कर तहसील परिसर में एकत्रित होकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम एसडीएम पुष्पराजगढ़ को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा और कहा गया की 20 जैन तीर्थकरों और अनंत संतों की मोक्षस्थल श्री सम्मेद शिखर जी पारसनाथ पर्वतराज, गिरिडिह (झारखंड) की स्वतंत्र पहचान पवित्रता और संरक्षण हेतु सम्मेद शिखर जी बचाओ आन्दोलन के समर्थन में हमारे जैन समाज द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर प्रशासन से मांग कर रहे है की सीघ्र ही  

मोक्षस्थल श्री सम्मेद शिखर जी पारसनाथ पर्वतराज, गिरिडिह (झारखंड) को पर्यटन सूची से मुक्त किया जाय।


पांच सूत्रीय ज्ञापन की मुख्य मांग


1. पारसनाथ पर्वतराज को वन्य जीव अभ्यारण पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत जोनल मास्टर प्लान व पर्यटन मास्टन प्लान, पर्यटन / धार्मिक पर्यटन सूची से बाहर किया जाएँ !


2. पारसनाथ पर्वतराज को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग और तीर्थ माना जाता है। लिखकर तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली झारखण्ड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना क्र. 2795 (ई) दिनांक 02 अगस्त 2019 को अविलंब रद्द किया जाए। 

3. पारसनाथ पर्वतराज और मधुबन को मॉस-मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र जैन तीर्थस्थल घोषित किया जाए।


4. पारसनाथ की वन्दना मार्ग को अतिक्रमण, वाहन संचालन व अभक्ष्य सामग्री बिक्री मुक्त कर यात्री पंजीकरण, सामान जांच हेतु CRPF व स्कैनर, CCTV कैमरे सहित हो चेक पोस्ट चिकित्सा सुविधा सहित बनाये जाए। 

5. पर्वतराज से पेड़ों का अवैध कटान पत्थरों का अवैध खनन और महुआ के लिए आग लगाना प्रतिबंधित हो।

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