कुरजा खदान मे कोयले की जगह पत्थर की हो रही सप्लाई
डीओ धारक परेशान
कालरी प्रबंधन कमीशन में मस्त
उच्चाधिकारियों से कार्यवाही की मांग
संतोष चौरसिया
अनूपपुर :- कुरजा कॉलरी कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के हसदेव क्षेत्र में इन दिनों कालरी अधिकारियों की लापरवाही से कोयले की जगह रोड सेल के माध्यम से पत्थर जबरन भेजे जाने का मामला प्रकाश में आया है ज्ञात हो कि हसदेव क्षेत्र के अंतर्गत संचालित उप क्षेत्र कुरजा भूमिगत खदान मे इन दिनों सब एरिया मैनेजर मैनेजर क्वालिटी स्पेक्टर की लापरवाही से डिओ धारको को कोयले की जगह प्योर पत्थर की सप्लाई की जा रही है जिससे डीओ धारक के साथ-साथ कोयला खरीदने वाले काफी परेशान है लेकिन इससे कालरी प्रबंधन को कोई लेना देना नहीं है और जब जिओ धारक इसकी शिकायत कालरी के अधिकारियों के पास करता है तो वे केवल आश्वासन देते रहते हैं कि अब कोयला ठीक आएगा अब कोयला ठीक आएगा लेकिन वह व्यवस्था नहीं सुधरती है परेशान डीओ धारक ने बताया कि जहां पर हमें जी सिक्स का कोयला मिलना चाहिए वहां पर कालरी प्रबंधन द्वारा जीटेन एवं g11 यानी कि प्योर पत्थर दिया जा रहा है जिससे डियो धारक काफी परेशान है लेकिन कालरी के अधिकारियों को केवल अपने कमीशन से मतलब है वह अपना पूरा कमीशन ले लेते हैं फिर बाकी लोग जाए भाड़ में जबकि डिओ की वैधता 45 दिन की रहती है और जब लास्ट डेट आ जाता है तब यही कालरी अधिकारी कहते हैं कि तुम्हें कोयला लेना है तो लो नहीं तो जाओ अब ऐसी स्थिति में डिओ धारक जोकि लगभग ₹12 हजार प्रति टन के हिसाब से पैसा लाखों रुपए लगाकर रखता है वह ईनकी कार्यशैली से काफी परेशान है वहीं पर कोयले की जगह पत्थर जाने से मिडिलमैन का पैसा भी काट लिया जाता है लेकिन अधिकारी अपना पूरा कमीशन ले लेता है क्षेत्र के डिओ धारको ने क्षेत्र के महाप्रबंधक यू टी कंझरकर एसईसीएल बिलासपुर के सीएमडी विजिलेंस बिलासपुर कोल इंडिया के चेयरमैन और कोयला मंत्री से मांग किया है कि कुरजा कालरी में चल रहे व्यापक पैमाने पर कोयले की हेरा फेरी और कोयले की जगह पत्थर की सप्लाई मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी सब एरिया मैनेजर मैनेजर व क्वालिटी इंस्पेक्टर के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए ताकि डियो धारकों को नियमानुसार कोयला मिल सके और कोल इंडिया की छवि मिनी रत्न और महारत्न की कायम रहे