आयुष मेडिकल ऑफीसर कोतमा लिख रही है अंग्रेजी दवाई
जिला स्वास्थ्य अधिकारी से जांच की मांग
अनूपपुर/कोतमा :- अनूपपुर जिले के कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुष मेडिकल ऑफिसर के पद पर पदस्थ डॉक्टर संगीता प्रजापति के द्वारा बिना ब्रांड की गुणवत्ता विहीन महंगी अंग्रेजी दवा लिखकर वह स्वयं बिक्री कर रकम की वसूली की जा रही है जिससे कि आम उपभोक्ता मरीज लूट रहा है और डॉक्टर साहिबा की जेब गर्म हो रही हैं जिसे देखने और सुनने वाला कोई नहीं है जबकि सरकार ने इन्हें कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए रखा है जिसका इन्हें तनख्वाह भी मिलता है डॉक्टर संगीता प्रजापति के यहां इलाज करा कर आ रही मरीज दीपा ने बताया कि उन्हें डॉक्टर साहिबा ने 17 सौ की दवाई स्वयं अपने क्लीनिक से ही मुझे दी हैं और जब उस दवा के बारे में नेट पर सर्च किया गया तो उसका कहीं अता पता नहीं है मेडिकल के जानकारों का माने तो उनका कहना है कि इस तरह के दवाओं में 60 से 70% डॉक्टर का कमीशन होता है ? और उसके ऊपर से डॉक्टर फीस भी ले रही हैं गुणवक्ता युक्त दवाई न होने के कारण मरीज लूट रहा है दवा विक्रेता और डॉक्टर कमीशन खाकर मालामाल हो रहे
हैं ? अब सवाल यह उठता है कि क्या आयुष मेडिकल ऑफिसर यानी कि आयुर्वेदिक दवाओं के डॉक्टर को क्या अंग्रेजी दवाई लिखने का अधिकार है ? एक मरीज ने तो यहां तक बताया कि अस्पताल में बॉटल उपलब्ध रहता है फिर भी बाहर से लिखा जाता है और लाने के लिए कहा जाता है यह गहन जांच का विषय है मरीज दीपा ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि यह पर्ची डॉक्टर साहिबा ने लिखा है और यह हमने भुगतान किया है 17 सौ रुपए दवा का और दवाओं का भी फोटो दिखाया आमजन को हित में रखते हुए मेडिकल के जानकारों व आम मरीजों ने मांग किया है कि जिला स्तरीय टीम बनाकर उक्त मामले की निष्पक्ष जांच किया जाए ताकि इसके बाद कोई मरीज इस तरह से ना लुट सके
इनका कहना है
हमने आयुष मेडिकल ऑफीसर डॉक्टर संगीता के अंग्रेजी दवाई लिखने पर रोक लगा दी थी लेकिन उन्होंने फिर रीवा जाकर ट्रेनिंग ली है और फिर वह अंग्रेजी दवाई लिख रही हैं फिर भी मैं उक्त मामले की जांच करवा लेता हूं
डॉक्टर बी एल दीवान
बीएमओ कोतमा