नगर का विकाश करने जनता ने जिन्हें दी जिम्मेदारी उन्हें राष्ट्रपिता की प्रतिमा में माल्यार्पण करने के लिए चाहिए एक कर्मचारी
अनूपपुर :- नगर पालिका हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनाव के बाद से विवादों का गढ़ बनता जा रहा है , ऐसा लगता है कि नव निर्वाचित परिषद काम करने के लिए कम विवादों के लिए ज्यादा चर्चित रहेगी । शपथ ग्रहण समारोह की अध्यक्षता को लेकर छिड़े विवाद के बाद अनूपपुर नगर पालिका का नाम नित नए विवादों से जुड़ता जा रहा है। नगर पालिका चुनाव परिणाम आने के बाद से नवगठित परिषद की अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के प्रतिनिधियों द्वारा सोसल मीडिया पर नगर विकाश की बात रखी जा रही है और नगर की दिशा और दशा बदलने की बात की जा रही है लेकिन सपथ ग्रहण के दिन जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का माल्यार्पण करने मंत्री बिसाहूलाल सिंह आगे आए और बीच मे ही माला किसी अन्य को देकर राष्ट्रपिता को माल्यार्पण करने का इसारा कर अपनी जगह पर वापस बैठ गए , उसके बाद नगर पालिका की नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का माल्यार्पण करने के लिए आई और दोनों ने ही मंत्री बिसाहूलाल सिंह की तरह ही नगर पालिका के एक कर्मचारी को माला देकर अपनी जगह पर बैठ गई और परिषद के कर्मचारी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया । सवाल यह उठता है कि क्षेत्र और नगर की जनता ने जिन्हें क्षेत्र और नगर के विकाश की जिम्मेदारी दी है यदि प्रदेश के मंत्री और नगर पालिका के नवविर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को यदि राष्ट्रपिता की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए कर्मचारी की आवश्यकता पड़ेगी तो यह नगर की समस्याओं का मुआयना कैसे करेंगी और फिर नगर का विकाश कैसे होगा ?