अनूपपुर जिला अस्पताल में हुई बड़ी लापरवाही
अनूपपुर :- जिला अस्पताल में नवजात बच्चे के बदलने का मामला सामने आया है ? प्रिया नाम की एक महिला को उसके नवजात का शव दिया गया लेकिन बच्ची के शरीर में जो टैग लगा था, उसमें मां का नाम दूसरा लिखा हुआ था। महिला और उसके पति जिला अस्पताल से नवजात के शव को लेकर अपने घर जैतहरी के पास ग्राम गोबरी चले गए। और नवजात के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे तब उनकी नजर बच्ची के शव में लगे टैग पर पड़ी जिसमें मां का नाम प्रिया सिंह की जगह ज्योति सिंह लिखा था। महिला और उनके परिजन शव लेकर तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे और बच्चा बदले जाने की बात बताई और जिला अस्पताल परिसर में स्तिथ पुलिस चौकी में शिकायत की इसके बाद अस्पताल प्रबंधन के साथ पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। प्रिया सिंह की डिलीवरी जैतहरी सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में हुई थी, जहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया। बच्ची अस्वस्थ थी इसलिए उसे जिला अस्पताल अनूपपुर रेफर कर दिया गया। जहा उसे शिशु गहन जांच इकाई कक्ष में 9 अगस्त को भर्ती कर उसका इलाज चालू कर किया गया। 13 अगस्त की सुबह 7.30 पर मां प्रिया सिंह और उसके परिजनों को बुलाकर नवजात की मृत होने की सूचना देकर नवजात का शव सौंप दिया गया था। नियमतः जब भी शिशु गहन जांच इकाई में जब बच्चों को भर्ती किया जाता है तो उसके शरीर पर हाथ या पैर में बच्ची के मां का नाम लिखकर उसे कॉटन के कपड़े वाले टेप से चिपका दिया जाता है, जिससे बच्चे की पहचान सुनिश्चित हो सके। घर जाकर जब परिजनों ने नवजात को देखा तो उसके शरीर पर जो टैग था उसमे मां का नाम प्रिया की जगह ज्योति लिखा था। इसके बाद परिजन मां के साथ जिला अस्पताल पहुंचे और शिकायत की। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस बल ने जांच चालू की सीसीटीवी फुटेज और बच्ची के सारे डॉक्युमेंट्स खंगाले जाने लगे जांच उपरांत पाया की किसी स्टाफ नर्स द्वारा गलती से मां का नाम प्रिया से ज्योति लिख गया और बच्चे बदलने वाली बात को नकारा गया। फिलहाल जिला अस्पताल प्रबंधन यह जानने की कोशिश कर रहा आखिर टैग में नाम गलत लिखने वाली स्टाफ नर्स कौन है और किसकी लापरवाही से यह गलती हुई जिसकी भी लापरवाही निकलेगी उस पर कार्यवाही को बात भी जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एस आर परस्ते कह रहे है। परिजनों ने प्रशासन की बात मान नवजात को पुनः वापिस घर ले गए लेकिन जिसने भी इतनी बड़ी लापरवाही की है उसे सजा दिलवाने की मांग कर रहे है।