नर्मदा संरक्षण के लिये सामाजिक जन जागरण की आवश्यकता -- स्वामी ईश्वरानंद जी
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल हो नर्मदा परिक्रमा -- मनोज द्विवेदी
अमरकंटक में आभार प्रदर्शन कार्यक्रम संपन्न
अनूपपुर :- किसी सरकार ने प्रकृति को बिगाड़ने का कार्य नहीं किया है। जाने - अनजाने हम सबने , समाज ने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया । नर्मदा और प्रकृति संरक्षण के लिये समाज को आगे आना होगा। समाज को संकल्प लेना होगा। इसके लिये जन जागरण की आवश्यकता है। नर्मदा में गन्दगी डालने वालों को रोकने , टोकने की आदत डालना होगा।प्रत्येक कार्य के लिये सरकार की ओर देखना उचित नहीं । जिसे मां मानते हैं , उसमे गन्दगी डाल देते हैं। ऐसा करने वालों को टोकना होगा। जिस प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है, यदि वह मनुष्य से ना बिगड़े , तो यही धर्म है। हमें प्रति दिन एक घंटे का समय नर्मदा मैया को देना होगा। उपरोक्त विचार प्रदेश के प्रसिद्ध संत महामंडलेश्वर स्वामी 1008 श्री ईश्वरानंद जी महाराज ( उत्तम स्वामी जी ) ने अमरकंटक स्थित श्री नर्मदे हर सेवा न्यास में 24 अगस्त, बुधवार की शाम आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किये।*
👉 2021-22 में छ: माह की समर्पण मां नर्मदा पद परिक्रमा यात्रा की पूर्णता उपरांत श्री श्री 1008 श्री महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वरानंद जी ( उत्तम स्वामी जी ) महाराज ने सभी 21 जिलों में नर्मदा परिक्रमा के सहयोगियों को आशीर्वाद + आभार प्रदर्शित करते हुए बुधवार 24 अगस्त को अमरकंटक मेंआद्य शक्ति मां जगत जननी मां नर्मदा को प्रणाम् करते हुए कहा कि 183 यात्रियों के साथ नर्मदा परिक्रमा में हमें गांव - गांव असीम स्नेह , प्रेम प्राप्त हुआ। नर्मदा यात्रियों की सेवा का अवसर आपको नर्मदा तट पर प्राप्त हुआ। इससे बडा सौभाग्य क्या हो सकता है ?
👉 कंबन रामायण का उद्धरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि जिस राज्य मे हर घर से शस्त्र और शास्त्र धारी निकलता है...वहाँ का राजा कभी पराजित नहीं हो सकता। भगवान ने हरेक मार्ग में सातत्य बताया है। सतत् चलोगे तो लक्ष्य प्राप्त जरुर होगा।पुरुषार्थ, प्रयत्न, प्रतीक्षा, साधना के साथ निष्काम, निर्मल कार्य / भाव से आगे बढें। परिक्रमा वासियों के लिये 25 किमी पर रैन बसेरा, भोजन , विश्राम की व्यवस्था हो, इस हेतु मध्यप्रदेश सरकार से पहल की जा रही है।उन्होंने अपील की कि 23 घंटे संसार के लिये और 1 घंटे देश के लिये जरुर चिंतन, प्रयत्न करें ।
👉 इससे पूर्व श्री गुरुभक्त मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने श्री नर्मदे हर सेवा न्यास के संस्थापक स्व भगवत शरण माथुर जी को याद करते हुए कहा कि 185 यात्रियों को खीर खिलाने के लिये 11000 रुपये प्रदान किये थे। नर्मदा परिक्रमा की पूर्णता के बाद स्वामी जी की इच्छा थी कि सभी से भेंट करके आभार प्रदर्शन करें , इस हेतु यह यात्रा की जा रही है।
श्री ओम जी जैन ,फार्मेसी बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि समर्पण मां नर्मदा पद परिक्रमा की अद्भुत कथा है। ६ माह की लंबी 183 सह यात्रियों के साथ माता नर्मदा जी कृपा से पूर्ण हुई।
👉 कार्यक्रम का शुभारंभ नर्मदा मैया की पूजा , अर्चना के साथ किया गया। स्वामी जी का स्वागत् न्यास द्वारा पगड़ी पहना कर , माल्यार्पण के साथ किया गया। स्वागत् उद्बोधन न्यास के सचिव रामलाल रौतेल ने किया । जबकि आभार प्रदर्शन पूर्व विधायक सुदामा सिंह सिंग्राम ने किया। मंच का कुशल संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक उमेश पाण्डेय ने किया।
👉 भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी ने आमंत्रित सुझाव में कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा योजना में नर्मदा परिक्रमा को भी शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों, गरीबों और सभी वर्ग के लोगों के लिये बसों से नर्मदा परिक्रमा की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। नर्मदा सहित प्रदेश की अन्य नदियों की स्वच्छता, संरक्षण के लिये नदियों, वृक्षों को जीवित मान कर , उस अनुरुप कड़े नियम बना कर उसका पालन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही एक गांव -- एक तालाब की योजना लागू करके प्रत्येक तालाब, कुंओं का संरक्षण, गहरीकरण कराया जाए। नर्मदा मन्दिर के पुजारी वंदे महाराज सहित अन्य लोगों ने भी पर्यावरण संरक्षण के लिये सुझाव दिये।
👉 गुरुवार की सुबह नर्मदा स्नान कर उन्होंने नर्मदा उद्गम मन्दिर में नर्मदा माता की पूजा अर्चना की। तत्पश्चात् वे पंच अग्निपीठ अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर ब्रह्म ऋषि राम कृष्णानंद जी महाराज से मार्कंडेय आश्रम अमरकंटक पंच अग्नि पीठ में अनौपचारिक भेंट की। मार्कंडेय आश्रम अमरकंटक अग्नि अखाड़ा का पीठ है। पूर्व विधायक श्री रामलाल रौतेल जी राम नरेश शास्त्री जी उमा शंकर पांडेय जी श्रवण उपाध्याय जी उनके उपस्थित थे। इसके पश्चात् उन्होंने न्यास परिसर में गौशाला का लोकार्पण किया।
👉 इस अवसर पर पूर्व विधायक सुदामा सिंह,दिलीप जायसवाल, मनोज द्विवेदी, प्रवीण शर्मा डोली, कैलाश विश्नानी, संतोष लोहानी, आधाराम वैश्य, प्रेमचन्द यादव, उमाशंकर मुन्नू पाण्डेय, श्रवण उपाध्याय, अंजना कटारे, इंद्राणी सिंह, रीना रौतेल, दुर्गा पवार उमेश पटेल, सिद्धार्थ त्रिवेदी, सत्यनारायण सोनी, हनुमान गर्ग, रवि तिवारी, राज किशोर तिवारी, अरविन्द मिश्रा, सुनील पटेल, ईश्वर नायक , पुष्पेन्द्र जैन, विपिन पाठक के साथ डिण्डोरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया के सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।