बाल कल्याण समिति ने किया कर्मवीर महिलाओं का सम्मान
अनूपपुर :- बाल कल्याण समिति अनूपपुर में अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें कला, समाज कल्याण, बाल अधिकारों को लेकर अग्रणी भूमिका निभाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सीमा विश्वास, सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए लक्ष्मी उरांव, बाल अधिकारों के लिए सीमा यादव को व रेशमा राठौर, कौशल्या को श्रीफल व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित किशोर न्याय बोर्ड के न्यायाधीश श्री रामअवतार पटेल द्वारा अपने उदबोधन में कहा गया कि महिलाएं समाज ही नही सृष्टि की भी आधार स्तंभ है, बगैर महिलाओं के हम सृष्टि की कल्पना भी नहीं कर सकते, आज समाज में जो भी शुभ है, सुंदर है वह महिलाओं के कारण है। महिलाएं घर से लेकर दफ्तर, खेल से लेकर अंतरिक्ष तक कुशलतापूर्वक जिम्मेदारी उठा रही हैं। कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए समिति के सदस्य श्री ललित दुबे ने कहा कि हर क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का परचम लहराने के बाद भी महिलाओं को लेकर समाज का नजरिया संकीर्ण मानसिकता से भरा है, साल में एक दिन महिलाओं का सम्मान करने से अच्छा होगा हम सभी महिलाओं को समाज में बराबरी का हक दें। शिक्षा, नौकरी, शादी, निर्णय लेने के समान अवसर मिलें तभी महिला दिवस की सार्थकता है। श्री ललित दुबे ने सभी महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिलाओं ने लंबे अरसे तक अपने अधिकारों के लिए दुनिया भर में लड़ाई लड़ी है, जिसके सम्मान में यह दिन मनाया जाता है और हमको उस संघर्ष को आगे ले जाकर महिलाओं के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है। समिति की सदस्य सीमा यादव ने कहा की आज देश मे केवल 7 प्रतिशत महिलाएं आर्थिक निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। इसको बढ़ाने की आवश्यकता है और महिलाओं के लिए ऐसी योजना बनानी चाहिए जो उन्हें निर्णय लेने के लिए मजबूत करें। समिति के सदस्यों विद्यानंद शुक्ला व मोहनलाल पटेल ने भी महिला दिवस पर महिलाओं को शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम का सफल संचालन विकास तिवारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संजय विश्वास का विशेष सहयोग रहा।