सीडीएस बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी समेत हेलीकाप्टर दुर्घटना में शहीद हुए 13 जवानों को दी गई श्रद्धांजलि
अनूपपुर :- देश के प्रथम सीडीएस बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी समेत 13 जवानों के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुए निधन पर 10 दिसंबर 2021 को स्टेशन चौराहा अनूपपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष रविन्द्र राठौर भाजपा जिला महामंत्री जितेन्द्र सोनी मंडल अध्यक्ष शिवरतन वर्मा भाजपा जिला कार्यालय मंत्री चंद्रिका द्विवेदी युवा नेता प्रदीप मिश्रा , तथा सैकड़ों युवाओं की उपस्थिति में रक्षा प्रमुख बिपिन रावत के छाया चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और शोक सभा आयोजित की गई इस अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष रविन्द्र राठौर ने कहा की सीडीएस विपिन रावत हमारे विन्ध्य के दामाद थे। उनकी ससुराल सोहागपुर (शहडोल) में है। कुँवर मृगेन्द्र सिंह की बेटी मधूलिका सिंह उनकी पत्नी थीं। कुँवर मृगेन्द्र सिंह शहडोल के लोकप्रिय व्यक्तित्व के साथ ही कई बार विधायक भी चुने गए।श्री रावत उनकी धर्मपत्नी और सेना के कई जवान उस हैलीकॉप्टर में सवार थे जो तामिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया।
जनरल बिपिन रावत भारत के पहले और वर्तमान रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे; उन्होंने ने 1 जनवरी 2020 को रक्षा प्रमुख के पद का भार ग्रहण किया। इससे पूर्व वो भारतीय थलसेना के प्रमुख थे। रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक थल सेनाध्यक्ष के पद पर रहे। श्रीमती मधूलिका सिंह सैनिकों के परिवार के लिए कल्याणकारी कार्य करने वाली संस्था की अध्यक्ष थीं।
भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक तौर से 8 दिसंबर 2021 को
शाम छह बजकर तीन मिनट पर ट्वीट कर पुष्टि की चीफ आफ द डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत अब हमारे बीच नहीं रहे। वायुसेना के हैलीकॉप्टर में सवार सभी असमय ही कालकलवित हो गए। यह घटना देश पर वज्रपात जैसी है घटना की खबर से भारतीय जनता युवा मोर्चा का हर कार्यकर्ता पदाधिकारी और देश की आम जनता में शोक की लहर दौड़ पड़ी श्री राठौर ने कहा कि बिपिन रावत हमारे बीच से चला जाना हमारे देश के लिए बहुत बड़ी छती है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है उन्होंने सीमा के हर मोर्चे पर अपनी तैनाती के दौरान मोर्चा संभाला और देश की रक्षा के साथ देशवासियों के जीवन को सुरक्षित किया ,निडर और निर्भीक देश के वीर को आज हमने खो दिया है जिन की कमी सदैव खलती रहेगी ,दुश्मन के लिए उनकी गोली ही नहीं बोली ही पर्याप्त थी जिससे पड़ोसी देश के पसीने छूट जाते थे आजा ऐसे महान सपूत को हमने खो दिया है सभी लोगों ने रक्षा प्रमुख को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित कर ईश्वर से उन्हें अपने चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की।