खनिज विभाग की सह पर जारी है सुनहरी रेत का काला खेल
सीतापुर रेत खदान से रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करते खनिज विभाग ने वाहन किया जब्त ?
सीतापुर खदान की जगह रॉयल्टी निकली बकही चाका घाट की विभाग ने जब्त वाहन को छोड़ा ?
अनूपपुर :- जिले में रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन को लेकर हमेशा सुर्खियों मे रहा है, जहां स्वयं खनिज विभाग ही रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन में संल्पित देखा गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 22 अक्टूबर की शाम लगभग 6.40 बजे का है जहां सीतापुर रेत खदान से लोड़ हो रहे वाहन को ठेकेदार द्वारा फर्जी तरीके से बकही चाका घाट की रॉयल्टी पर्ची काटे जाने की शिकायत पर खनिज विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी खदान पर पहुंचकर रेत लोड हो चुके वाहन की रॉयल्टी चेक की गई, जिस पर उक्त वाहन की रॉयल्टी बकही खदान की निकलने पर वाहन को खनिज विभाग द्वारा जब्त करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ा कराया गया, जहां वाहन जब्ती की कार्यवाही के कुछ देर बाद ही रेत ठेकेदार खनिज विभाग पहुंचे ?और कुछ देर बाद खनिज विभाग द्वारा उक्त वाहन को उसके चालक के सुपुर्द कर मामला रफा-दफा कर दिया गया ?
रेत खदान सीतापुर रॉयल्टी पर्ची बकही खदान की
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीतापुर रेत खदान से ठेकेदार द्वारा रेत लोड़ वाहनो को रॉयल्टी पर्ची बकही चाका घाट की दिए जाने पर खनिज विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी पहुंचे, जहां जांच के दौरान सीतापुर रेत खदान से लोड हुए वाहन क्रमांक एमपी 65 जीए 1956 की रॉयल्टी पर्ची की जांच मौके पर की गई। जहां वाहन में 5 घन मीटर लोड था तथा रॉयल्टी पर्ची सीतापुर की जगह बकही चाका घाट की मिली, जानकारी के अनुसार रेत ठेकेदार के.जी. डेवलपर्स अनूपपुर के जीएम सुशील सिंह एवं मानेन्द्र सिंह द्वारा मिलीभगत कर सीतापुर रेत खदान से लोड़ होने वाले अधिकतर वाहनों को बकही की रॉयल्टी पर्ची देकर धोखाधड़ी की जा रही है। कलेक्ट्रेट परिसर से जब्त वाहन को विभाग ने छोड़ा सीतापुर रेत खदान में जांच करने पहुंचे खनिज विभाग द्वारा वहां से लोड हुए वाहन की रॉयल्टी पर्ची किसी और खदान की मिलने पर वाहन को जब्त कर कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ा करा दिया गया, जिसके बाद रेत कंपनी के जीएम सुशील सिंह एवं मानेन्द्र सिंह तत्काल खनिज विभाग पहुंच गए और खनिज अधिकारी से चर्चा कर जब्त वाहन को उसके चालक के नाम सुपुर्द कर दिया गया, जबकि पूरे मामले में सीतापुर रेत खदान से पकड़ी गई रेत से लोड़ मेटाडोर वाहन में रॉयल्टी किसी और खदान की मिलने पर ठेकेदार सहित वाहन मालिक और चालक के खिलाफ रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन का प्रकरण दर्ज करते हुए खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की जानी चाहिए थी।
खनिज निरीक्षक को कार्यवाही की नही जानकारी ?
पूरे मामले में खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा से जब पूरे मामले की जानकारी चाही गई तो उन्होने इस पूरी कार्यवाही से अपना हाथ खिंचते हुए कहा की मुझे इस कार्यवाही की कोई भी जानकारी नही है, जबकि कलेक्ट्रेट परिसर में जब्त वाहन क्रमांक एमपी 65 जीए 1956 के चालक संतोष कोल पिता सुंदर कोल को सुुपुर्द खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा द्वारा किया गया, जहां सुपुर्दगी नामा में बकायदे खनिज निरीक्षक के हस्ताक्षर है। पूरे मामले में अब खनिज विभाग ही कटघरे मे खड़ा हो चुका है, जहां उन्होने रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर कार्यवाही न कर उसमें शामिल होने का आरोप साफ दिखाई पड़ता है। जानकारी न देने खनिज अधिकारी ने बना लिया बहाना सीतापुर खदान से रेत लोड होने वाले वाहनों को ठेकेदार द्वारा रॉयल्टी पर्ची बकही चाका घाट की दिए जाने का मामला सामने आने और खनिज विभाग द्वारा मौके पर ही एक वाहन को जब्त करने और बाद से ठेकेदार से सांठगांठ कर रेत लोड वाहन की सुपुर्दगी चालक को ही दिए जाने के बाद जब शाम लगभग 6.45 पर जानकारी लेने खनिज कार्यालय अनूपपुर पहुंच खनिज अधिकारी आशातला वेद्य से ली गई तो उन्होने ऑफिस बंद हो जाने के समय की बात कह कर जानकारी देने से मना कर दिया गया जबकि खनिज विभाग का कार्यालय खुला हुआ था और उसके साथ ही कई कर्मचारी भी उपस्थित होकर ऑफिस का कार्यालयीन कार्य संचालित था।
इनका कहना है
आपके द्वारा मामला को संज्ञान में लाया गया है, तत्काल ही खनिज अधिकारी से जानकारी लेकर कार्यवाही की जाएगी।
सोनिया मीना
कलेक्टर अनूपपुर