क्या कानून से ऊपर है केजी डेवलपर्स के तथाकथित जिम्मेदार ?
रेत नीत के विरुद्ध सोन नदी के बीच धार में उतारी पोकलेन मशीन?
कथित रेत की चोरी के आरोप में पुलिस ने किया जप्त ?
अनूपपुर :- जिला मुख्यालय अनूपपुर सीतापुर खदान से बकही चाका घाट की टीपी पर रेत परिवहन जांच अभी पूरी नहीं हुई थी कि 26 अक्टूबर की रात सोन नदी के बीच धार में पोकलेन मशीन उतारकर रेत का अवैध उत्खनन और चोरी करने पर पुलिस ने मशीन की जप्ती की कार्यवाही की । पुलिस के अनुसार मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी अमर वर्मा दल बल के साथ मौके पर रेत खनन कर रहे पोकलेन मशीन पुलिस ने कार्रवाई करती देख मशीन चालक नदी की धार में छलांग लगा दी थी, चालक को भागता देख पुलिस ने उसे दबोचा जिस के बाद मशीन को नदी से निकालते हुए पुलिस लाइन में खड़ा कराया गया मामले में फिलहाल पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज करने की कार्यवाही की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शाम को सूचना मिलने पर कारवाही के लिए टीम को भेजा गया नदी के धार में पोकलेन मशीन के माध्यम से रेत का उत्खनन और चोरी के मामले में मशीन की गई है बुधवार को क्षेत्र का निरीक्षण कर मशीन संचालक सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी फिलहाल जांच चल रही है। ज्ञात हो कि सीतापुर ग्राम से बकही चाका घाट की टीपी पर रेत के परिवहन में खनिज विभाग द्वारा की गई कार्यवाही और मांगे गए जवाब में जारी नोटिस में रेत ठेकेदार ने 2 दिनों बाद भी कोई जवाब नहीं दिया है बुधवार को जवाब पेश की की आखिरी तिथि होगी इसके बाद विभाग द्वारा आगे कार्रवाई की जाएगी। जब सैया भय कोतवाल तो डर काहे का :- एक पुरानी कहावत है जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का बस इसी तर्ज में केजी डेवलेपर्स सारे नियम कायदों को दरकिनार करते हुए अनूपपुर जिला मुख्यालय से सटे धार्मिक और पवित्र नदी का सीना छलनी कर रही है रेत नीति के अनुसार बिना सिया के परमिशन के बड़ी खदानों में मशीन से उत्खनन नहीं किया जा सकता है इसके बावजूद भी केजी डेवलपर्स के स्थानीय जिम्मेदारों के द्वारा जिनमें से कुछ के सत्तापक्ष से घनिष्ठ संबंध है जब वह पदाधिकारी हैं या रहे हैं उसी का फायदा उठाकर कानून को धता बताने की असफल कोशिश कर रहा है ।